गेंदा एक बहुत ही लोकप्रिय और आसानी से उगाया जाने वाला फूल है, जो अपनी सुंदरता, औषधीय गुणों और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।
सितंबर के इस माह में गेंदा (Marigold) का बीज लगाया जा सकता है और यह मौसम इसके लिए अनुकूल भी रहता है।
निश्चित ही आप पौधे को घना और ज्यादा फूलों वाला बनाना चाहते ही हैं तो इसके लिए पिचिंग (Pinching) और प्रूनिंग (Pruning) ज़रूरी है।
तरीका (कैसे करें)
1. बीज बोना:
• गेंदा के बीज गमले या क्यारियों में हल्की मिट्टी और गोबर की खाद (2:1 अनुपात) मिलाकर बोएं।
• हल्की मिट्टी डालकर बीज को ढक दें और हल्का पानी दें।
2. अंकुरण:
• बीज 5–7 दिन में अंकुरित हो जाते हैं।
• जब पौधे 3–4 इंच के हो जाएँ तो इन्हें धूप वाली जगह पर रखें।
3. पिचिंग (Pinching):
• जब पौधा 6–8 इंच तक बढ़ जाए तो ऊपर की नोक (Top shoot) को हल्के से उँगलियों या कैंची से तोड़ दें।
• इससे पौधा साइड से नई टहनियाँ निकालेगा और ज्यादा घना होगा।
4. प्रूनिंग (Pruning):
• जिन टहनियों पर पुराने या सूखे फूल लगे हों, उन्हें काटते रहें।
• पौधे को समय-समय पर हल्का ट्रिम करें ताकि नई शाखाएँ आती रहें।
5. खाद-पानी:
• महीने में एक बार गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें।
• फूलों के समय पोटाश और फास्फोरस (जैसे राख या DAP की थोड़ी मात्रा) डालने से खूब फूल आते हैं।
6. धूप:
• गेंदा को कम से कम 5–6 घंटे की सीधी धूप चाहिए।