फर्जी वोटिंग रोकने के उद्देश्य से भारत सरकार ने वोटर आईडी और आधार को लिंक करने का अभियान शुरू किया है। वोटर आईडी और आधार को लिंक कराने के लिए 31 मार्च 2023 तक की सीमा तय की गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची को शुद्ध एवं त्रुटिरहित बनाने के उद्देश्य से मतदाता परिचय पत्र को आधार कार्ड से लिंक किया जा रहा है।. (Voter ID)
अगर आप भी वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से हो सकती है। आप ये काम खुद भी घर में बैठकर कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक लैपटॉप या मोबाइल की जरूरत होगी। यहां जानिए इसका प्रॉसेस। ( Aadhaar)

ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अपेक्षाकृत इसका प्रतिशत कम है। इसलिए मतदाताओं से इसमें अधिक से अधिक सहभागिता की अपेक्षा है। इस हेतु आयोग के द्वारा ऑनलाइन वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से फॉर्म एकत्रित किए जा रहे हैं। यह कार्य बहुत ही सरल है और इसे मतदाता स्वयं अपना 10 मिनट निकालकर पूर्ण कर सकते हैं और मतदाता सूची को शुद्ध बनाने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं।
यह भी है काम की खबर: दस वर्ष पहले के सभी आधार को करवाना होगा अपडेट..ये लेकर जाये लोक सेवा केन्द्रों में.. |
वोटर हेल्पलाइन एप इंस्टाल कर ऐसे करें लिंक..
प्रकिया के संबंध में उप जिला निर्वाचन अधिकारी डिप्टी कलेक्टर रामरतन दुबे ने बताया कि सर्वप्रथम आपको गूगल प्लेस्टोर से ष्वोटर हेल्पलाइन एपष् अपने एंड्राइड मोबाइल पर इंसटाल कर लेना है। इसके पश्चात अपने मोबाइल नंबर की सहायता से रजिस्ट्रेशन कर लेना है । रजिस्ट्रेशन के दौरान सेट किए गए पासवर्ड एवं ओटीपी डालकर लॉगिन पूर्ण करना है। फिर वोटर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करके ष्वोटर ऑथेंटिकेशन फॉर्म (फॉर्म 6बी) पर क्लिक करें।
एपिक नंबर की सहायता से अपनी डिटेल करें सर्च..
इसके पश्चात शुरू करें में क्लिक करने के पश्चात अपने एपिक नंबर की सहायता से अपनी डिटेल सर्च करें। आगे बढ़े और स्क्रीन पर दिखाई जा रही अपनी जानकारियों को जांच कर लें उसके बाद आगे बढ़े। अब फॉर्म में अपना 12 डिजिट का आधार क्रमांक एवं मोबाइल नंबर दर्ज करें। अपने गांव या शहर का नाम इंग्लिश में दर्ज कर फॉर्म सबमिट करें। फिर कन्फर्म करने पर आपको अपना फॉर्म रिफरेन्स नंबर प्राप्त होगा। इसे आगे के उपयोग के लिए लिखकर या नोट करके रख लें। इस प्रकार आपका आधार लिंक का फॉर्म जमा हो जाएगा आप अपने मोबाइल से ही अपने परिवार के अन्य सदस्यों या अन्य का भी आधार लिंक का कार्य कर सकते हैं।
जाने ऑनलाइन लिंकिंग प्रॉसेस..
वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से हो सकती है। ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए आपको एनवीएसपी पोर्टल पर जाना होगा. यहां जानिए पूरा प्रॉसेस..
- वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक कराने के लिए आपको सबसे पहले https://nvsp.in/ (क्लिक करें) वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद लॉग इन पर क्लिक करें. यहां आपको रजिस्टर एज़ न्यू यूजर का ऑप्शन मिलेगा. उस पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपसे मोबाइल नंबर और कैप्चा भरने को कहा जाएगा और आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा. इस ओटीपी को डालते ही एक नया पेज खुल जाएगा।
- यहां आपको मांगी गई सारी डिटेल्स भरनी होगी. इसे सबमिट करने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.सारी जानकारी सबमिट होने के बाद ऑटोमेटिक एक्नॉलेजमेंट नंबर जेनरेट होगा।
- आपका वोटर आईडी आधार से लिंक हुआ है या नहीं इसका स्टेटस चेक करने के लिए आप एकनॉलेजमेंट नंबर का उपयोग कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: संगीत विवि खैरागढ़ की पूर्व कुलपति प्रो. मांडवी बनीं भारतखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय UP की नई कुलपति |
SMS से भी बन सकता है काम
आप चाहें तो सिर्फ एसएमएस के जरिए भी आधार और वोटर आईडी को लिंक करवा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 166 या 51969 पर एक मैसेज भेजना होगा। इस मैसेज को भेजते समय आपको ECLINK स्पेस ईपीआईसी नंबर स्पेस आधार नंबर टाइप करना होगा। इसके अलावा आप चाहें तो टोलफ्री नंबर 1950 पर कॉल करके भी इस काम को पूरा कर सकते हैं। ऐसे में आपको फोन पर आधार कार्ड का नंबर और वोटर आईडी की डिटेल्स देनी होगी।
ऑफलाइन भी समझ लें प्रक्रिया..
आधार और वोटर आईडी कार्ड को लिंक कराने के लिए ऑफलाइन भी प्रक्रिया है। इसके लिए आपको अपने आधार और वोटर आईडी की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी बीएलओ को देनी होगी। हर राज्य में बीएलओ की ओर से समय-समय पर कैंप लगाए जाते हैं। इस कैंप के दौरान आप बीएलओ को दस्तावेज सौंप सकते हैं। इसके बाद लिंकिंग के बारे में आपको बीएलओ की ओर से सूचना दी जाएगी।
