नशे के सौदागार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई..CG में हुआ ऐसा पहली बार..करोड़ो की संपत्ति.. पढ़ें पूरी खबर
छत्तीसगढ़ CRIME खबर डेस्क खबर 24×7 बिलासपुर // जिले के एसपी रजनेश सिंह की अगुवाई में नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। बीते दिनों महिला तस्कर की संपत्ति सीज करने की कार्रवाई मुंबई के अदालत के निर्देश पर किया गया। इसी कड़ी में नशीले इंजेक्शन के अवैध व्यापार से जुड़े किंगपिंग अंतर्राज्यीय तस्कर संजीव छाबड़ा उर्फ सुच्चा की देश के अलग-अलग राज्यों में बनाई गई संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है। एसपी रजनेश सिंह का कहना है कि नशे के व्यापार में युवाओं व महिलाओं को धकेलने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। ड्रग्स के किंगपिंग के अलावा पैडलर पर भी कार्रवाई जारी है।
नशे के सौदागार कहें या फिर किंगपिंग संजीव छाबड़ा को पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया है। नशे के कारोबार से बनाई गई करोड़ों की संपत्ति को पुलिस ने जब्त कर लिया है। यह महज 13 दिनों के भीतर हुआ है। रिकार्ड समय में पुलिस ने नशे के कारोबार से अर्जित संपत्ति को जब्ती करने में सफलता पाई है।
संजीव छाबड़ा नशे के कारोबार से बीते 20 सालों से जुड़ा हुआ है। इन वर्षों में सैकड़ों युवाओं और महिलाओं को इस धंधे में धकलने का काम किया है। लोगों को इस धंधे से जोड़कर देश के अलग-अलग राज्यों में करोड़ाें की संपत्ति भी बनाई है। लोगों को नशे के गिरफ़्त में ढकेलने के बाद पुलिस के डर से नशे के कारोबार की आड़ में कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाने लगा था। कंस्ट्रक्शन कारोबारी बताकर सफेदपोश सुच्चा नशे के धंधे में बराबर शामिल था। सुच्चा की गिरफ्तारी के महज 13 दिनों के भीतर ही उसके द्वारा देश के कई शहरों में बनाई गई करोड़ों की संपत्ति को सफेमा कोर्ट से पुलिस ने अटैच कराने की कार्यवाही की है।
इन थानों में दर्ज है अपराध, पुलिस को ऐसे दिया चकमा
नशीले इंजेक्शन की सप्लाई के मामले में आरोपी के खिलाफ जिले के कोनी,तारबहार, कोतवाली, सरकंडा,सिविल लाइन और तखतपुर थाने में संजीव उर्फ सुच्चा के खिलाफ अपराध दर्ज है। बिलासपुर पुलिस की नजरों में आने के बाद वह नागपुर भाग गया और वहीं सेनशे के कारोबार को संचालित करने लगा था। बिलासपुर पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए नागपुर की गई थी, पुलिस को चकमा देकर जबलपुर भाग गया और वहां लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी खोल कर बैठ गया था।
पुलिस बना डिलीवरी ब्वाय..
सुच्चा की गिरफ्तारी के लिए सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम जबलपुर भेजी गई थी। पुलिस ने वहां जोमैटो और फ्लिपकार्ट का डिलीवरी ब्वाय बनकर आरोपी पर नजर रखी। आरोपी वहां आलीशान मकान और दुकान बनवा रहा था। पुलिस टीम ने आरोपी के प्लंबर को पहले पकड़ा और उसे लेकर आधी रात आरोपी के घर में दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया।
इन शहरों में बनाई करोड़ों की संपत्ति
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के अलावा मध्यप्रदेश के जबलपुर, महाराष्ट्र के नागपुर, हरियाणा के फरीदाबाद में करोड़ों की संपत्ति बनाई थी। सफेमा कोर्ट में आरोपी की संपत्ति चिन्हित कर अटैच कराने की जिम्मेदारी एसपी रजनेश सिंह ने सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह को दी थी।
0 फाइनेशियल इंनेवेस्टीगेंशन में बनाई संपत्ति का विवरण – 0 परसवारा जबलपुर कुल जमीन 4190 वर्ग फीट पर निर्माणधीन मकान व दुकान जिसकी किमत कुल 65 लाख रूपया 0 ग्राम मौदा नागपुर महाराष्ट्र में कुल 4 दुकान व 1 जमीन 0 हरियाण के फरीदाबाद में प्रापर्टी का सौदा का इकरारनामा 1 करोड 34 लाख रूपये में किया था जिसका एडवांश 20 लाख दिया गया है। 0 एंजलब्रोकिंग इंन्वेस्टमेंट में खरीदा गया शेयर वर्तमान शेयर वैल्यू कुल 4,96,000 रूपये। 0 यूनियन बैंक के खाता क्रमांक 713802010005914 में होल्ड रकम 3,95,260 रूपये फ्रीज कराया गया। संजीव कुमार छाबडा के द्वारा अपनी बहु मुस्कान छाबडा के खाते में रकम ट्राॅस्फर किया गया था। बंधन बैंक के खाता क्रमांक 20200062603506 में 3,72,657 रूपया फ्रीज कराया गया। |
ब्लैक मनी को ऐसे किया व्हाइट
संजीव कुमार छाबडा के अलग-अलग बैंको में खाते थे जिसमे वह नशीली दवाई के सप्लायरों से नशीली दवाई की बिक्री से प्राप्त रकम को नगदी के रूप में अपने व अपने अन्य साथी के अकाउंट में रकम को डलवाता था। अलग-अलग अकाउंट्स के पैसे को छाबडा कन्शट्रक्शन कंपनी टिकरापारा के अकाउंट पर ट्रांसफर कर देता था। इनकम टैक्स विभाग के पास इस तरह के फर्म का कोई लेखा-जोखा नहीं है। फर्जी फर्म बनाकर ब्लैक मनी को व्हाइट किया करता था।
अपराध की लंबी फेहरिस्त
कोनी 164/2007 20बी एनडीपीएस एक्ट 2553 नग नशीला इंजेक्शन |