नपा उपध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव.. BJP का उल्टा पड़ गया दांव.. BJP के दो पार्षद कर दिए क्रास वोटिंग
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // नगरपालिका उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान के खिलाफ भाजपा पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भाजपा पार्षदों के ही धोखा देने के चलते ध्वस्त हो गया। भाजपा के 13 पार्षदों ने 17 जनवरी को कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कांग्रेस से नपा उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था। जिसमें उपाध्यक्ष खान के खिलाफ विकास कार्यों में रोड़ा अटकाने, लोगाें के कार्यो में हीलहवाला करने सहित अन्य आरोप लगाते अविश्वास प्रस्ताव लाने पत्र सौंपा था।

कलेक्टर के आदेश के बाद मामले में शुक्रवार 31 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान की कार्यवाही पूरी कराई गई। अपर कलेक्टर सुरेन्द्र ठाकुर इसके लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त किए गए थे। शुक्रवार को सुबह 11 बजे से नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू हुई। चार दिन पहले ही भूमिगत हुए भाजपा पार्षद एक साथ भाजपा पदाधिकारियों के साथ दो वाहनाें में नगरपालिका पहुँचे। जबकि एक दिन पहले ही अज्ञातवास पर गए कांग्रेस के सात पार्षद निर्धारित समय पर पालिका पहुँच गए।
निर्धारित समय में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। भाजपा इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों मे सेंध लगाने की तैयारी के बाद अविश्वास प्रस्ताव पास होने को लेकर निश्चित थीं। लेकिन पीठासीन अधिकारी ठाकुर ने मतदान के बाद मतगणना कर परिणाम जारी करते अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 9 मत मिलने के साथ अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त होने की घोषणा की। नपा से बाहर निकलते ही भाजपा पार्षदों सहित जीत की उम्मीद में खडे़ भाजपा पदाधिकारियों में मायूसी छा गई। जबकि अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त होने के बाद कांग्रेसी पार्षदों ने जीत का परचम लहराया।
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दावा हुआ फेल.. उल्टा पड़ गया पासा
सम्मेलन के एक दिन पूर्व ही पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने बयान जारी कर 3 कांग्रेस पार्षदों के द्वारा क्रास वोटीग कर बहुमत की भाजपा बहुमत मे आने की बात कही लेकिन भाजपा दांव उल्टा पड़ गया। और भाजपा के 13 पार्षदों द्वारा उपाध्यक्ष रज्जाक खान के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भाजपा के दो पार्षदों द्वारा ही गच्चा दिए जाने के चलते ध्वस्त हो गया। अविश्वास प्रस्ताव को पास कराने भाजपा को अपने 13 पार्षदों सहित एक और पार्षद की जरूरत थी। लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में हुए मतदान में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 मत ही मिले ।
कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस उपाध्यक्ष को बचाने कांग्रेसी पार्षदों को एकजुट रखने का प्रयास सफल हुआ ही वहीं दूसरी ओर ने उल्टे भाजपा पार्षदों में ही सेंध लगा दी और प्रस्ताव के विपक्ष का आकड़ा बढ़ा दिया। जीत के बाद कांग्रेसी खेमे में भी उत्साह बढ़ गया। आगामी जिला जनपद व पंचायत चुनाव में भी भाजपा की इस हार की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
नगर पालिका उपाध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला कांग्रेस के पक्ष में
खैरागढ़ नगर पालिका में इस पंचवर्षीय लगातार नाटकीय घटना देखा जा रहा है। इस बार भाजपाई अपने ही दांव में फस गई और नपा उपाध्यक्ष रज्जाक खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मांग के बाद आज शुक्रवार को चर्चा व मतदान की प्रक्रिया पूरी कराई। खैरागढ़ नगर पालिका के 20 वार्डो में भाजपा के 13 पार्षद और कांग्रेस के 7 पार्षद है। शुक्रवार को हुए मतदान में इस प्रस्ताव को पारित कराने के लिए 14 पार्षदों के समर्थन की जरूरत थी, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में केवल 11 वोट पड़े, वहीं प्रस्ताव के विरोध में 9 वोट पड़े इस तरह से दो भाजपा पार्षदों की क्रास वोटिंग से रज्जाक खान की कुर्सी बच गई। लेकिन एक तरफ भाजपाईयों के होश उड़ गए।
भाजपा ने कर लिया था 3 कांग्रेसी पार्षदों को अपने पाले मे
बता दे की खैरागढ़ के 20 वार्ड में 10 कांग्रेस और 10 भाजपा पार्षद थे जिसमे कांग्रेस के शैलेन्द्र वर्मा अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे जो 2 साल बाद इस्तीफा दे दिया और फिर अध्यक्ष के निवाचन के समय तीन पार्षद को लेकर भाजपा प्रवेश कर लिया और भाजपा के 13 पार्षद हुए और कांग्रेस के एक पार्षद ने क्रास वोटिंग कर 14 मत भाजपा को मिली जिससे भाजपा के गिरिजा चंद्राकर अध्यक्ष बनी। जिसके बाद अब कांग्रेस के उपाध्यक्ष रज्जाक खान के खिलाफ विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जहाँ भाजपा के दो क्रास वोटिंग से कांग्रेस से नपा उपध्यक्ष रज्जाक खान अपनी कुर्सी बचाई।
No-confidence motion against the vice-president of the municipality. BJP’s gamble backfired. Two BJP councillors cross-voted
