छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 अम्बागढ़ चौकी। दिव्यांगजनों को लाभ पहुचाने शासन द्वारा कई सारी योजनाओ का आरम्भ किया तो जाता है लेकिन जमीनी स्तर पर आते आते योजनाए दम तोड़ती नजर आती है जिससे गरीब मजबूर असहाय दिव्यांगजनों को शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के लाभ से वंचित होना पड़ता है।
मामला कुछ इसी तरह से है..दिव्यांग भोलाराम यादव जो कि वार्ड क्रमांक 12 पटेल पारा अम्बागढ़ चौकी उम्र 70 वर्ष हो चुकी है। इनके बारे में बात करे तो शादी समारोह जैसे कार्यक्रम में जाकर हलवाई मिस्त्री का काम कर अपना जीविकोपार्जन चलाते है। शादिया रोज तो होती नही है और बूढ़े होने की वजह से दूसरा कोई काम कर नही सकते जैसे तैसे गुजर बसर हो पा रहा है।
भोलाराम यादव की समस्या यह है कि दिव्यांगता के वजह से बिना ट्राइसिकल के कही आना जाना नही हो पाता। वर्षो पहले जो इन्हें ट्राइसिकल मिली थी समय के साथ अब वह खुद भी दिव्यांग हो चुकी है।
भोलाराम ने बताया कि यह साइकिल की फ्रेम टूट चुकी थी जिसे वेल्ड कर चला रहा हु ऊपर से उम्र हो जाने के कारण अब पैडल मारते हाथ और शरीर जवाब दे जाते है तो हमने पूछा कि अब तो इलेक्ट्रिक साइकिल मिल रही है..आप क्यो नही मांगते तो उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय विधायक से मांग किया था उन्होंने नगर पंचायत को कहा था पर वहा जाने पर कुछ दिव्यांग कोटा में आरक्षण की बाते कर भाग देते है।.
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कलेक्टर से मदद की दरकार..
कहा कि अब सीधे कलेक्टर साहब से मिलकर अपनी व्यथा बताऊँगा सुना है कि वह सब की सुनते है और सब को न्याय दिलाते है पर मोहला 25 किलोमीटर तक साइकिल नही चला पाने की वजह से मायुस हो गया तो हमने कहा कि ठीक सुना है आप हमें बताओ हम आपकी बात कलेक्टर साहब तक पहुचाएंगे।