छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // वट सावित्री व्रत के अवसर पर पति की लंबी आयु के लिये खैरागढ़ मे महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र के समीप बरगद (वट) के पेड़ की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की और वट वृक्ष के नीचे बैठकर सावित्री व सत्यवान की पौराणिक कथायें भी सुनायी गईं
पति की लंबी उम्र की कामना के लिए शुक्रवार को सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर सुहागिन महिलाएं निर्जला उपवास रख बरगद पेड़ के नीचे पूजा अर्चना के लिए इकट्ठा हुईं। जहां पर पूजन पश्चात् वट सावित्री की कथा सुनी।

वट पेड़ के नीचे सावित्री, सत्यवान और यमराज की पूजा करने से पति की आयु लंबी होती है और संतान सुख प्राप्त होता है। मान्यता है कि इसी दिन सावित्री ने यमराज के चुंगल से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी। मौके पर सुहागिन महिलाओं ने पूजा अर्चना कर वट पेड़ की परिक्रमा कर रक्षासूत्र बांधा साथ ही घर जाकर अपने पति के का आशीर्वाद लिए।
मान्यता यह भी है कि बरगद की शाखाओं और लटों को मां सावित्री का रूप माना जाता है। देवी सावित्री कठिन तपस्या से अपने पति के प्राण यमराज से वापस ले आई थी। वट वृक्ष को ब्रम्हा, विष्णु और महेश का स्वरूप माना जाता है। यह प्रकृति का इकलौता ऐसा वृक्ष है। जिसे तीनों देवता का एक रूप माना गया है। यानि वटवृक्ष की पूजा करने से तीनों देवता प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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