Heat Wave:
बुधवार यानी आज आसमान में बादलों का डेरा और उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। इससे कुछ राहत की उम्मीद जताई जा रही है।
वही बढ़ती गर्मी को देखते हुए लू से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन एवं घरेलु उपायों का पालन करने की अपील किए हैं। उन्होने कहा कि गर्मी के मौसम में लू लगने से बीमार होने के अनेक मामले आते हैं। कुछ जरूरी सावधानियां अपनाकर इससे बचा जा सकता है। ग्रीष्म ऋतु में लू चलना आम बात है।
इस मौसम में तेज धूप एवं गर्मी के कारण लू लगने की संभावना रहती है। लू लगने का प्रमुख कारण शरीर में नमक और पानी की कमी होना है। पसीने के रूप में नमक और पानी का बड़ा हिस्सा शरीर से बाहर निकल जाता है और खून में गर्मी बढ़ जाती है। लू लगना खतरनाक एवं जानलेवा भी हो सकता है।
लू के ये है लक्षण :-
बहुत तेज बुखार आना, सिर भारी लगना, पसीना नहीं आना, उल्टी होना, हाथ-पैर में दर्द होना, त्वचा का सूखा, गर्म व लाल होना, चक्कर एवं बेहोशी आना इसके लक्षण हैं।
लू (हीट वेव) से बचने के उपाय :-
लू से बचाव के लिए अधिक से अधिक पानी पियें। यदि प्यास न लगी हो तो भी पानी पिये ताकि शरीर में पानी की कमी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकें। हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले वस्त्र पहनें। गर्मी के दिनों में शीघ्र पचने वाला भोजन करना चाहिए। धूप में गमछे, चश्मा, छाता, टोपी व पैरों में चप्पल का उपयोग अवश्य करें। धूप में निकलना हो तो खाली पेट घर से बाहर न निकलें। अगर आप खुले में कार्य करतें हैं तो सिर, चेहरा, हाथ-पैरों को गीले कपड़े से ढ़के रहें। लू से प्रभावित व्यक्ति को छाये में लिटाकर सूती गीले कपड़े से पोछे अथवा नहलायें। यात्रा करते समय पीने का पानी अवश्य साथ रख लें, गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखे। शराब, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तमाल न करे यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। ओआरएस घोल घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नीबू पानी, छाछ, कच्चे आम से बना पन्ना आदि का उपयोग करें, मौसमी फलों जैसे तरबूज, अंगूर, खरबूजा इत्यादि का सेवन करें। जिससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सकें। लू के लक्षण होने पर तुरंत अपने नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केंद्र जाएं या मितानिन से संपर्क करें।
लू (हीट वेव) से बचने के लिए ऐसा न करें :-
बच्चे एवं पालतू जानवरों को धूप न छोडें, कड़ी धूप (खासकर दोपहर 12ः00 बजे से 3ः00 बजे) के बीच सूर्य की रोशनी में जाने से बचें । |
आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। |
जब गर्मी का तापमान ज्यादा हो तो श्रमसाध्य कार्य न करें। |
उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें साथ ही लू (हीट वेव) से बचाव हेतु जारी एडवाइजरी का पालन करें। |
गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र न पहने । |
नशीले पदार्थ, शराब/एल्कोहल के सेवन से बचें । |
Rising heat: These are the symptoms of heatstroke..how to avoid it..