छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 राजनांदगांव// मोर मकान मोर चिन्हारी योजना के तहत बने मकानों पर रह रहे लोगों को अब बेदखल नहीं किया जाएगा नगर निगम ने रहवासियों की चारों मांगे मान ली है इसके तहत जिन मकानों को नगर निगम ने सील किया है उन्हें वापस खोला जाएगा और वर्तमान में रह रहे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
इसके साथ ही पात्र और अपात्र लोगों की जांच करने के बाद उन्हें मकानों का आवंटन भी किया जाएगा। नगर निगम की बेदखली की कार्रवाई के विरोध में आत्महत्या की कोशिश करने वाली यास्मीन के मामले में भी एसडीएम ने जांच की मांग को मान लिया है।
मोर मकान मोर चिन्हारी योजना के तहत बने मकानों में रह रहे लोगों ने समाजसेवी मिर्जा बेग के नेतृत्व में आज फिर नगर निगम की कार्रवाई का खुला विरोध किया। तिरंगा यात्रा निकालकर लोगों ने कलेक्टोरेट से नारेबाजी करते हुए सीधे नगर निगम पहुंचे और नगर निगम का घेराव किया इस दौरान लोगों ने नगर निगम की बेदखली की कार्रवाई को गलत बताते हुए जमकर विरोध किया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए इस बीच नगर निगम के अधिकारी यास्मीन के आत्महत्या की कोशिश किये जाने की घटना से डरे सहमें दिखाई दिए। नगर निगम के राजस्व विभाग के अधिकारी सुदेश सिंह मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों की चारों मांगों को मानते हुए उन्हें शांत कराया तकरीबन डेढ़ घंटे के प्रदर्शन के बाद मामला शांत हुआ।
जांच समिति का गठन
बेदखली की कार्रवाई के दौरान आत्महत्या की कोशिश करने वाली यासमीन के मामले में नगर निगम ने जांच समिति का गठन करने का फैसला लिया है इस मामले को लेकर के नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि उपरोक्त प्रकरण के सम्पूर्ण पहुलओं की जांच के लिये उच्च स्तरीय जॉच समिति का गठन किया गया है।
समिति के अध्यक्ष उपायुक्त होगें एवं विधि अधिकारी, लेखा अधिकारी सदस्य होगे तथा प्रस्तुतकर्ता कार्यालय अधीक्षक होगे। गठित समिति संपूर्ण पहलुओं की सूक्ष्मता से जॉच कर प्रतिवेदन 15 दिवस के भीतर प्रस्तुत करेंगे इसके अतिरिक्त शिकायत पर प्रधानमंत्री आवास योजना के नोडल अधिकारी यू.के.रामटेके ने योजना के सीएलटीसी ललित मानकर एवं सहायक ग्रेड-3 राजेन्द्र रामटेके को शिकायत के संबंध में अपना पक्ष 3 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने स्पष्टीकरण जारी किया गया। संतोषप्रद जवाब प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
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नोटिस की मियाद के पहले ही निगम की सख्ती
प्रदर्शनकारी लोगों ने बताया कि नगर निगम ने लखोली में रह रहे लोगों को 8 दिनों के भीतर आवाज खाली करने के लिए अल्टीमेटम दिया था लेकिन इसके पहले ही नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मकानों को सील करने की कार्रवाई करने लगे इस बीच नगर निगम के अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं आखिर क्यों नोटिस की मियाद पूरी होने के पहले ही नगर निगम के अधिकारियों ने सख्ती बरती बेदखली की इस कार्रवाई के पीछे अधिकारियों की मंशा क्या थी और मामले में कौन अधिकारी मुख्य रूप से दोषी है हालांकि ऐसे सवालों के जवाब जांच के बाद ही सामने आएंगे लेकिन दल बल के साथ बेदखली की कार्रवाई के लिए आदेश किस अधिकारी ने दिए यह भी जांच का विषय है।
महिला की हालत नाजुक
देर शाम तक मिली जानकारी के अनुसार अग्नि स्नान करने वाली महिला की हालत अब तक नाजुक बताई जा रही है तकरीबन 60% तक बुरी तरीके से जल चुकी यास्मीन की हालत काफी नाजुक है और लगातार डॉक्टर उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं।