‘मिशन संडे बनाम कांग्रेस संगठन’ जंग में अब भाजपा की एंट्री – भाजपा ने कहा, “ये मिशन संडे नहीं, मिशन फंडे है”
खैरागढ़. जिले की सियासत में इन दिनों कांग्रेस के भीतर छिड़ी “मिशन संडे बनाम संगठन” की लड़ाई सुर्खियों में है। जहां कांग्रेस संगठन और मिशन संडे टीम के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की बौछार कर रहे हैं, वहीं अब इस आंतरिक कलह में भाजपा ने भी एंट्री ले ली है। भाजपा ने कांग्रेस की इस लड़ाई को “कमीशन और कन्फ्यूजन की जंग” करार देते हुए मिशन संडे पर तीखे हमले किए हैं।
भाजपा का कहना है कि “मिशन संडे” नाम का यह संगठन दरअसल कांग्रेस के भीतर चल रहे एक “वसूली अभियान” का हिस्सा है, जिसे अब जनता के बीच “मिशन फंडे” कहा जाना चाहिए। भाजपा ने आरोप लगाया कि मिशन संडे टीम कांग्रेस के ही शासनकाल में हुए विकास कार्यों में भ्रष्टाचार बताकर अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन तलाश रही है और कांग्रेस के ही विधायक इसके पीछे से संरक्षण दे रहे हैं।
यह मामला अब सिर्फ कांग्रेस की गुटबाजी तक सीमित नहीं रहा — बल्कि जिले की राजनीति का सबसे चर्चित विवाद बन गया है, जिसने कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस के भीतर गहराया विवाद — तीन प्रमुख नेताओं पर निष्कासन की अनुशंसा
कांग्रेस संगठन और मिशन संडे टीम के बीच पिछले कई महीनों से चल रहा विवाद अब खुले टकराव में बदल चुका है। बीते दिनों छुईखदान में हुई कांग्रेस संगठन की बैठक में “मिशन संडे” टीम के तीन प्रमुख नेताओं — मनराखन देवांगन, दीपक देवांगन और अरुण भारद्वाज — को पार्टी विरोधी गतिविधियों और ब्लैकमेलिंग के आरोपों में निष्कासन की अनुशंसा कर दी गई।
संगठन का आरोप है कि मिशन संडे टीम पार्टी के समानांतर एक मंच बनाकर लोकप्रियता और फंड बटोरने का कार्य कर रही है। वहीं मिशन संडे के नेता अपने बचाव में कहते हैं कि वे विधायक यशोदा वर्मा के निर्देशन में जनहित के मुद्दों पर काम कर रहे हैं। लेकिन अब यह टकराव कांग्रेस की सीमाओं से बाहर निकलकर भाजपा के हमले का विषय बन चुका है।
लोकप्रियता की चाह में चल रहा फंड का खेल: घम्मन साहू
जिला भाजपा कार्यालय खैरागढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष घम्मन साहू और जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कांग्रेस की इस अंदरूनी लड़ाई को लेकर कांग्रेस पर करारा प्रहार किया।
घम्मन साहू ने कहा कि नगर पालिका चुनाव में हार के बाद मनराखन देवांगन ने मिशन संडे नाम से लोकप्रियता पाने की रणनीति बनाई। “वो उन्हीं विकास कार्यों में भ्रष्टाचार खोजने निकले जो उनके ही कांग्रेस शासनकाल में हुए थे। शुरू में उन्होंने फोटोबाजी और मीडिया कवरेज के जरिए नाम कमाया और फिर मिशन संडे के नाम पर वसूली का खेल शुरू किया,” साहू ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के आरोप नहीं, बल्कि ये वही आरोप हैं जो कांग्रेस संगठन खुद अपने कार्यकर्ताओं पर लगा रहा है। साहू ने विधायक यशोदा वर्मा पर भी सवाल उठाया — “जब संगठन मिशन संडे पर कमीशनखोरी और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगा रहा है, तब विधायक सार्वजनिक मंच से उनकी तारीफ क्यों कर रही हैं? क्या ये विधायक के संरक्षण में चल रहा अभियान है?”
विक्रांत सिंह का तंज — “कांग्रेस में गुटबाजी, कमीशन और कन्फ्यूजन”
पत्रकार वार्ता में जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अब कोई जनहित का मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह “मिशन संडे” जैसे दिखावटी अभियानों के जरिए जनता को भ्रमित कर रही है।
विक्रांत सिंह ने कहा — “कांग्रेस में अब विकास नहीं, कमीशन का मिशन चलता है। जिला हो, प्रदेश हो या केंद्र — हर स्तर पर कांग्रेस गुटबाजी की शिकार है।”
उन्होंने कहा कि मिशन संडे टीम उन्हीं परियोजनाओं में भ्रष्टाचार खोजने जा रही है जो कांग्रेस शासनकाल में ही बनी थीं। “गौठान योजना कांग्रेस की ही थी, उसी के सोनेसरार गौठान में कांग्रेस के शासन में 35 गायें भूख-प्यास से मर गईं। धनेली का मैदान कांग्रेस सरकार में बना, जहां सिर्फ मैदान बनना था, लेकिन कॉम्प्लेक्स खड़ा कर दिया गया। लालपुर तालाब का गहरीकरण, जल आवर्धन योजना — ये सभी कार्य कांग्रेस के ही कार्यकाल में हुए। अब वही लोग उन्हीं भ्रष्टाचारों को उजागर कर खुद को ईमानदार साबित करने की कोशिश कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
ब्लैकमेलिंग और विकास योजनाओं में अड़ंगा डालने के आरोप
विक्रांत सिंह ने आगे आरोप लगाया कि मिशन संडे टीम राजनीतिक लाभ के लिए योजनाओं में अड़ंगा डाल रही है। “छुईखदान के होनहार डॉक्टर समीर रजक को ब्लैकमेल कर इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया। छिंदारी जलाशय में पर्यटन विकास की बड़ी योजना को मिशन संडे ने हस्तक्षेप कर बर्बाद कर दिया, जिससे पूरे क्षेत्र का विकास प्रभावित हुआ,” उन्होंने कहा।
“मिशन संडे” या “मिशन फंडे”? — विधायक पर उठे सवाल
विक्रांत सिंह ने कहा कि मिशन संडे टीम खुद को विधायक के निर्देश पर चलने वाली संस्था बताती है। “अब सवाल ये है कि जब कांग्रेस संगठन ने उसी टीम को कमीशनखोरी और ब्लैकमेलिंग के आरोपों में पार्टी से बाहर किया है, तो क्या विधायक इसकी जिम्मेदारी लेंगी?”
उन्होंने कहा कि सहकारिता में नियुक्ति के नाम पर मिशन संडे के सदस्यों द्वारा कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों पर लाखों रुपए वसूले जाने के आरोप बेहद गंभीर हैं, जिन पर कांग्रेस को सफाई देनी चाहिए। “ये कोई मिशन संडे नहीं, बल्कि मिशन फंडे है — कांग्रेस अपने नेताओं के फंड जुटाने के लिए जनता को गुमराह कर रही है,” उन्होंने कहा।
विधायक के भाई के वीडियो पर भी भाजपा का वार
प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा नेताओं ने विधायक के भाई के वायरल वीडियो पर भी निशाना साधा। विक्रांत सिंह ने कहा — “कांग्रेस अक्सर भाजपा पर गुंडागर्दी का आरोप लगाती है, लेकिन अब सवाल उठता है कि खुद विधायक के परिवार के बर्ताव की जवाबदेही कौन लेगा? जब अपने ही परिवार में अनुशासन नहीं है, तो जनता के बीच नैतिकता की बात कैसे कर सकते हैं?”
भ्रष्टाचार और गुटबाजी में डूबी कांग्रेस — भाजपा का पलटवार
अंत में भाजपा नेताओं ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा जिले को करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात दी गई है, लेकिन कांग्रेस की आंतरिक जंग इन योजनाओं पर भी ग्रहण लगा रही है। “कांग्रेस अब जनहित की नहीं, अपने फंड और पद की लड़ाई लड़ रही है। जनता सब देख रही है और आने वाले समय में कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा,” विक्रांत सिंह ने कहा।
राजनीति में गूंजता सवाल — आखिर असली मिशन क्या है?
कांग्रेस की “मिशन संडे” टीम और संगठन के बीच की खींचतान अब भाजपा के लिए बड़ा राजनीतिक हथियार बन चुकी है। संगठन के भीतर लगे कमीशनखोरी और वसूली के आरोपों ने कांग्रेस की साख पर गहरा असर डाला है।
अब जिले की राजनीति में एक ही सवाल गूंज रहा है —
क्या “मिशन संडे” सच में जनसेवा का अभियान है, या कांग्रेस का नया “मिशन फंडे”?
ये रहे मौजूद
प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. बिसेसर साहू, नगर पालिका अध्यक्ष गिरजानंद चंद्राकर, जिला पंचायत सभापति दिनेश वर्मा, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोरेलाल वर्मा, जिला भाजपा उपाध्यक्ष नीलिमा महेश गोस्वामी, महामंत्री नवनीत जैन, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष आयश सिंह, पार्षद अजय जैन, रूपेंद्र रजक, शैलेन्द्र वर्मा, सुमित टांडिया, मोनिका रजक, रेखा गुप्ता, देवीन कोठले सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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