शिक्षा विभाग का कारनामा: नियम दरकिनार कर सरकारी दस्तावेजों को किया आग के हवाले
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // शासकीय अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक शाला क्रमांक 1 तुरकारी पारा खैरागढ़ परिसर में स्थित संकुल कार्यालय में नियमों को ताक में रख कर सरकारी दस्तावेजों को खुलेआम जलाए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
वैधानिक प्रक्रिया के जला डाले दस्तावेज, दिखे पुस्तक भी
जानकारी के मुताबिक, संकुल कार्यालय में रखी गई पुरानी शासकीय पुस्तकें, उपस्थिति पंजी और अन्य अभिलेखों को सफाई करने के बहाने विभाग के कर्मचारी बेधडक आला अधिकार निर्देश पर बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के नष्ट करते हुए आग के हवाले कर दिया गया।
इसे भी पढ़ें : एनीकट की ऊंचाई बढ़ाने के नाम पर हुआ खेला, चंद महीनों में ही खुलने लगी भ्रष्टाचार की परत
साहब ने मीडिया से कहा कुछ भी लेकर आ जाते है, कोई पुस्तके नहीं जलाई गई
वहीं मिडिया को सामने देख बीईऒ कार्यालय के कर्मचारी सहित पूरा कार्य में लगे लोगों ने सूचना दी और हड़कंप मच गया। पुरे मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी से मामले पर पक्ष जानने संकुल केंद्र के सामने ही जलते हुए दस्तावेज व पुस्तकों के विडियो और फोटो लेकर पहुंचे तब पत्रकारों को ही गलत ठहराते हुए से कहा कि कुछ भी लेकर आ जाते है, कोई पुस्तके नहीं जलाई गई और फिर पुराने ख़राब दस्तावेज को जलाने की बात कहते हुए कैमरे से बचते रहे।
इसे भी पढ़ें : Khairagarh : मिले 21 नये डाक्टर, स्वास्थ्य सेवाओं में होगा सुधार

कलेक्टर से हुई शिकायत
इस गंभीर प्रकरण को लेकर जिला कलेक्टर शिकायत करते हुए संयुक्त कलेक्टर सुमन राज को सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
वहीं मामले पर संयुक्त कलेक्टर सुमन राज ने कहा कि ” मामले की जांच कर जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”![]()
कौन है जवाबदार..?
संकुल केंद्र में रखे दस्तावेज और पुस्तक, स्कूल में बच्चों को खिलाने आई दवाओं आदि तमाम चीजों को नियमों को ताक में रख कर जलाने की प्रक्रिया किसने इशारे पर हुआ? कौन इसके जवाबदार है? संकुल या विकास खंड शिक्षा अधिकारी या फिर जिला शिक्षा अधिकारी? यह जाँच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
इसे भी पढ़ें : Murder Case: टोनही बताने से खफा होकर महिला की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार
The feat of the education department: Ignoring the rules, government documents were set on fire..who is responsible?


