करवारी व मोहड़ कांड के मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच पाई पुलिस
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 राजनांदगांव // चाकूबाजी, चोरी और शराब की अवैध बिक्री जैसे मामले रोक पाने में असफल जिले की पुलिस बड़े मामलों को सुलझाने में भी पिछड़ी हुई नजर आ रही है।
पिछले कुछ महीनों के दरमियान जिले में सामने आए दो बड़े मामलों करवारी में शराब की अवैध बॉटलिंग और मोहड़ में गोलीकांड में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। इन दोनों ही मामलों में पुलिस की टीम मुख्य सरगना को पकड़ नहीं पा रही है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में पहले सप्ताह में पुलिस ने यह खुलासा किया था कि डोंगरगढ़ के करवारी में शराब की अवैध बॉटलिंग यूनिट काम कर रही है।
इस मामले में मजदूरों के साथ ही कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन मुख्य सरगना को पकड़ने में पुलिस अब तक नाकाम रही है। इसके अलावा मोहड़ गोलीकांड में भी मुख्य आरोपी संजय सिंह की अब तक गिरफ्तारी ना होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।
हालात यह है कि विपक्ष इन दोनों ही मामलों को लगातार उठा रहा है। उसके बाद भी दोनों ही मुख्य आरोपी तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है।
शराब उपलब्ध कराने वाला आरोपी पकड़ से दूर..
डोंगरगढ़ के करवारी स्थित एक फार्म हाऊस में पुलिस ने मध्यप्रदेश के शराब का जखीरा पकड़ा था। मौके से पुलिस ने साढ़े 27 लाख कीमत की 432 पेटी शराब बरामद की थी। मौके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में छत्तीसगढ़ के होलोग्राम व स्टीकर भी जब्त की थी। इस मामले में पुलिस शराब सप्लाई करने वाले सप्लार के अलावा नकली होलोग्राम, ढक्कन व अन्य सामान उपलब्ध कराने वाले करीब 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन खरगोन व छिंदवाड़ा के डिस्लरी से शराब की जखीरा सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
गोलीकांड का आरोपी संजय अब तक फरार
इधर शहर के मोहड़ इलाके में जून महीने में घटित हुए गोलीकांड मामले में भी पुलिस ने भले ही जेसीबी संचालक, ड्राईवर, गोली चलाने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इस मामले में मुख्य सरगना कहे जा रहे संजय सिंह तक अब भी पुलिस नहीं पहुंच पाई है। हालांकि पुलिस महकमा संजय सिंह की तलाश में टीमों के जुटे होने की बात कह रहा है, लेकिन लगभग एक महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।


