बेटियों ने दी पिता को मुखाग्नि, आंसुओं के बीच निभाया फर्ज
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर खैरागढ़// पिता की चिता को मुखाग्नि सिर्फ बेटा ही दे सकता है, बेटियां चिता को आग नहीं लगा सकती इस रूढ़िवादी सोच से ऊपर उठकर कुम्हारपारा निवासी राजेश यादव की 5 पुत्रियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। जिसने समाज में व्याप्त रूढ़िवादिता को चुनौती दी है। सामान्यत: हिंदू परंपरा में पिता की चिता को मुखाग्नि देने का अधिकार केवल पुत्र को होता है लेकिन कुम्हारपारा निवासी राजेश यादव की पाँच बेटियों ने यह परंपरा तोड़ते हुए अपने पिता को मुखाग्नि दी। Khairagarh News
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राजेश यादव जो ग्राम जोरातराई के हाई स्कूल में लिपिक पद पर कार्यरत थे उनकी तबियत अचानक खराब हो गई। परिजन उन्हें भिलाई स्थित पल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराए जहां उपचार के दौरान 11 जून बुधवार को उनका निधन हो गया। राजेश यादव का अंतिम संस्कार 12 जून को किल्लापारा स्थित मुक्तिधाम में किया गया। इस दुखद अवसर पर उनकी पाँच बेटियों ने मुखाग्नि दी जिससे उपस्थित लोगों की आंखें नम हो उठीं। Khairagarh News
Daughters cremated their father, performed their duty amidst tears
