छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 बलौदाबाजार। वनमंडलाधिकारी गणवीर धम्मशील के सख्त निर्देशन में वन विभाग द्वारा वन एवं वन्यजीव अपराधों पर लगातार पैनी नज़र रखी जा रही है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में, गुरुवार को सोनाखान परिक्षेत्र में चलाए गए एक सघन तलाशी अभियान के दौरान एक बाड़ी से भारी मात्रा में अवैध चिरान जब्त किए गए, जिनका अनुमानित मूल्य लगभग 50 हजार रुपये बताया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई परिक्षेत्र सोनाखान के ग्राम चिखली में की गई। वन विभाग की टीम ने तिलक राम पिता दुवारू कर्ष के घर और बाड़ी की तलाशी ली। तलाशी के दौरान, वहां अवैध रूप से रखे गए सागौन और बीजा प्रजाति के कुल 67 नग चिरान बरामद हुए।
इस कार्रवाई में परिक्षेत्र सहायक सोनाखान, नवागांव के वन कर्मचारी, सुरक्षा श्रमिक और स्थानीय ग्रामीणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब्त किए गए इन वन उत्पादों की अनुमानित कीमत 50,000 रुपये आंकी गई है। वन विभाग ने अभियुक्त के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
वनमंडलाधिकारी गणवीर धम्मशील ने सभी वन्य प्रेमियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे वनों और वन्य प्राणियों के संरक्षण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अवैध कटाई, अवैध शिकार और अन्य किसी भी प्रकार के वन अपराध की जानकारी तत्काल वन विभाग को दें, ताकि ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
इस सफल कार्रवाई के दौरान एससीएफओ योगेश कुमार साहू, बीएफओ खगेश्वर ध्रुव, मुकुल बघेल, बुद्धेश्वर दिवाकर सहित सुरक्षा श्रमिक और स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। वन विभाग का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे ताकि वन संपदा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Forest department’s action, raid on villager’s house, confiscated teak and beej wood chips
