तालाब बेचने के मामले की जांच शुरू, गांव में पहुंचकर दस्तावेजों का किया अवलोकन
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई / सड़क अतरिया // ग्राम पंचायत कुकुरमुड़ा में दान में मिले तालाब का बिक्री के मामले की विभागीय जांच शुरू हो गई है। जांच में कई चौंकाने वाली जानकारी निकल कर सामने आ रही है।

सोमवार को अपर कलेक्टर रेणुका रात्रे, अनुविभागिय अधिकारी अविनाश ठाकुर, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों ने गांव पहुंच कर ग्रामीणों से चर्चा किया। पंचायत एवं ग्रामीणों के पास उपलब्ध दस्तावेज का अवलोकन किया।
उल्लेखनीय है कि गांव का तालाब काफी पुराना है। गांव में निस्तारी के लिए एक ही तालाब है। पुराने समय से लोग इस तालाब का उपयोग निस्तारी के लिए करते आ रहे हैं। तालाब को लगभग चार दशक पहले जमीन मालिक जौहरी दास ने दान में दिया था।
जानकारी अनुसार जल से भरे तालाब की खरीदी बिक्री नहीं हो सकती है पर इस मामले में यह हुआ है। वही दूसरी ओर उच्च न्यालय बिलासपुर से निर्देश लेकर तालाब सहित इससे संबधित अन्य भूमि पर पहले से रोक लगी है।
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नामांतरण निरस्त करने की मांग
दान में मिले तालाब को एक व्यक्ति विशेष द्वारा बेच दिया गया है। ग्रामीणों ने नामांतरण को निरस्त करने और तालाब को सार्वजनिक रखने की मांग की है। इस तालाब का गांव में दूसरा विकल्प नहीं है। कुछ वर्ष पहले तालाब गहरीकरण भी कराया जा चुका है।
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आम सूचना के बाद तालाब की बिक्री
जानकारी अनुसार जौहरी दास की कोई संतान नहीं थी। उसके एक पारिवारिक सदस्य ने जमीन बंटवारा को लेकर न्यायालय में अपील किया था। इसी वर्ष जून में हाईकोर्ट बिलासपुर से अनुमति लेकर समाचार पत्र में आम सूचना प्रकाशित कराया गया था। लगभग दो दर्जन अलग अलग खसरा नम्बर की जमीन के खरीदी बिक्री पर पूर्णतः रोक लगाया गया था जिसमें तालाब का खसरा नंबर भी शामिल है। आम सूचना जारी होने के एक माह बाद ही सार्वजनिक तालाब को बेचने मामला सामने आया है।
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न्यायालय से फैसला
अनुविभागीय अधिकारी अविनाश ठाकुर ने मिडिया को बताया कि दोनों पक्षकारों से बात तथा पुराने दस्तावेज का प्रमाण लेकर जांच किया जा रहा है। तालाब भूमि का मामला पहले से न्यायलय में विचाराधीन है। जांच रिपोर्ट सौंपा जाएगा। मामले का फैसला न्यायलय से होगा।
Investigation of the pond sale case started, reached the village and reviewed the documents
