छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया // वनांचल क्षेत्र ठाकुर टोला से 2 किलोमीटर दूर डंडूटोला जाने के मार्ग में चिचका बैगा के सामने नवागांव ( तुमड़ादाह ) स्थित है जो की बेलगांव पंचायत में आते हैं।
नवागांव के रहने वाले मवेशी मालीक रंजन यादव पिता कार्तिक यादव का कहना है कि शुक्रवार 28 जुलाई को वह अपने मवेशी को रोजाना की तरह चरने को जंगल की ओर छोड़ देते हैं और शाम को सभी मवेशी एक साथ चरकर घर वापसी होते हैं। शाम लगभग 6:00 उनके लगभग सभी मवेशी घर आ गए थे लेकिन एक मवेशी जो 6 से 7 वर्ष की गर्भवती गाय है। वह आधे घंटे विलंब से लहूलुहान के साथ दौड़ते हुए घर आया, तभी मवेशी मालिक ने देखा तो गाय लहूलुहान से पूर्ण था रात होने की वजह से इसकी सूचना पशु औषधालय ठाकुरटोला को नहीं दे पाया था।
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सुबह होते ही शनिवार 29 जुलाई को ठाकुरटोला की औषधालय में सूचना दी गई तब वहां से सूचना गंडई पशु चिकित्सक डॉक्टर संदीप इंदुलकर को दिया गया जहां सुबह डॉक्टर पीड़ित मवेशी मालिक के यहां पहुंचा तो देखा तो उक्त मवेशी के पीठ पर जंगली तेंदुए के पंजा का निशान,था तथा उनके गले में तेंदुए की दांत का निशान देखा गया।
तेंदुआ का पेड़ में होने का है अनुमान..
मवेशी के गले में काफी सूजन हो गया था, जैसे तैसे मवेशी का इलाज किया गया अब मवेशी खतरे से बाहर बताया, गर्भवती गाय के पीठ पर लगे निशान को देखकर अनुमान लगाया गया है की तेंदुआ उस वक्त पेड़ पर रहा होगा, उसके बाद उक्त मवेशी का गला दबाने का प्रयास किया होगा। जैसे तैसे मवेशी वहा से बच कर निकल गए।
ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 15 दिन पहले ही से पहाड़ी क्षेत्र में जंगली पशु पक्षी मोर, बनकुकरी, नीलगाय और तेंदुआ देखा गया है, पहाड़ी जंगली क्षेत्रों में तेंदुए की संख्या तेजी से बढ़ रही है आए दिन जंगलों में गाय चराने वालों ग्रामीणों को तो कभी राह चलते तेंदुआ दिखाई दे रहा है।
विभाग ने किया अलर्ट..
इधर गंडई वन विभाग के रेंजर आर के टंडन से जानकारी लेने पर बताया की ठाकुरटोला बीट में घटना हुई है, ग्रामीणों एवं मवेशी मालिकों को क्षेत्र में सतर्क रहने के लिए अलर्ट किया गया है, गांव में मुनादी भी करा रहे है, क्योंकि जंगली जानवर का विचलन तो क्षेत्र में है ही।