एनएचएम कर्मचारियों ने किया जल सत्याग्रह, 20वें दिन भी जारी रहा आंदोलन
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़। छत्तीसगढ़ में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की 10 सूत्रीय मांगों को लेकर शुरू हुआ आंदोलन दिन-ब-दिन उग्र होता जा रहा है। लगभग 23 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी अब सरकार की चुप्पी के खिलाफ नए-नए तरीकों से अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को खैरागढ़ जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने जल सत्याग्रह का सहारा लिया।


सुबह बड़ी संख्या में एनएचएम कर्मचारी अम्बेडकर चौक पर एकत्र हुए। यहां से रैली निकालते हुए वे नारेबाजी करते दाऊ चौरा स्थित मुसका नदी तट पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने नदी में उतरकर हाथों में तख्तियां और बैनर लिए अपनी मांगों को दोहराया। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी जायज मांगों पर कोई ठोस पहल नहीं कर रही, जिससे उन्हें मजबूर होकर जल सत्याग्रह का रास्ता अपनाना पड़ा है।
आंदोलनकारियों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, समान कार्य के लिए समान वेतन, भविष्य निधि व बीमा सुविधा, सेवा सुरक्षा और पदोन्नति नीति शामिल है। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार केवल आश्वासन देकर समय गुजार रही है जबकि स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ चुकी हैं और आम जनता को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एनएचएम कर्मचारी बृजेश ताम्रकार ने कहा – “हम लोग पिछले 23 दिनों से सड़क पर हैं। सरकार हमारी समस्याओं को हल करने की जगह टालमटोल कर रही है। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।”
जल सत्याग्रह के दौरान पुरुष और महिला दोनों कर्मचारी नदी में उतरकर लंबे समय तक खड़े रहे। इस बीच पूरे इलाके में पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने से मरीजों को परेशानी हो रही है। अस्पतालों में कामकाज प्रभावित होने से ग्रामीण इलाकों के लोग खासे परेशान हैं।
कर्मचारियों ने दोहराया कि जब तक उनकी मांगों पर सरकार कोई ठोस और लिखित निर्णय नहीं लेती, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।
NHM employees staged a water satyagraha, the agitation continued on the 23rd day
