छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया// सर्व आदिवासी बंसोड कंडरा समाज द्वारा प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी संत सुपल भगत की जयंती बड़ी धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया। सुबह से ही दैहान चौक टिकरीपारा में संत सुपल भगत महाराज की पूजा अर्चना की गई उसके बाद समाज के युवतियों द्वारा दोपहर कलश यात्रा निकाली गई जो नगर के कार्यक्रम स्थल से टिकरीपारा रोड से मेन चौक से बाजार होते हुए मां गंगई मंदिर पहुंची जहां पूजा अर्चना भी किया गया।
उसके बाद विधिवत तरीके से वापसी होते हुए दैहान चौक में समापन किया गया शोभायात्रा कार्यक्रम में समाज के युवक-युवतियों ने डीजे की झंझकार से खूब थिरकते रहे एवं संत सुपल भगत महाराज के रूप में समाज के युवकों को सजाया गया था कोई संत सुपल भगत तो कोई भीम और समाज के युवतियां जो आदिवासी की भेष में अपनी परंपरागत व्यवसाय बास कार्य से विभिन्न प्रकार के सामग्री को बनाते हुए देखा गया। जो आकर्षक का केंद्र रहा।
ज्ञात हो की कंडरा समाज का आज भी पुश्तैनी व पारंपरिक कार्य बास से टूकना ,सुपा झौहा, बिजना, पर्रा , सुपली,झापी, वगैरह-वगैरह और तो और संसार में मांगलिक कार्य बच्चे का जन्म समय शादी पूजा पाठ हो तो या अमांगलिक कार्य में भी बिना बांस के कार्य को अंजाम नहीं दिया जा सकता।
शोभायात्रा कार्यक्रम के समापन के बाद सत्यनारायण की पूजा पाठ भी हुआ और शाम होते ही संत सुपल महराज की महाप्रसादी का वितरण हुआ उसके बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस कार्यक्रम में समाज के अध्यक्ष व गौटिया तुलेश्वर मरकाम रामकुमार मरकाम बसंत मुठेल राजा पटौती शिव मरकाम हेमंत कुंजाम, बघेल छेदैया, दिलीप छेदैया, किशन मरकाम, मड़ई नेताम, साधु नेताम, यतीश कुंजाम, थामेश मरकाम, देबू नेताम, मंजू नेताम , पूर्णिमा कुंजाम, संतोष, चुरावन छेदेया, रामकुमार , तुलाराम कुंजाम, ललित मरकाम, परस मरकाम, पुरुषोत्तम मरकाम, अशोक मुठेल, ईश्वर, मंगल मुठेल, बरसाती कुंजाम, प्रीतम छेदेया , मुंशी, ललित, महेश छेदेया,रवि मरकाम, राजेंद्र, चुम्मन, गणेश सहित समाज के महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे।