जन सामान्य के लिये भी खुला रहेगा महल का दरवाजा, खैरागढ़ के विरासत को संजोये रखने कुलपति ने महल का किया निरीक्षण
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- खैरागढ़ के विरासत को संजोये रखना हमारी प्राथमिकता: कुलपति प्रो. (डॉ.) लवली शर्मा
- खैरागढ़ के विरासत को संजोये रखने कुलपति महोदया ने महल का किया निरीक्षण
- महल के आंतरिक हिस्से की साफ-सफाई कराने दिया आदेश
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ //खैरागढ़ के विरासत को संजोये रखने के लिये इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डॉ.) लवली शर्मा ने विश्वविद्यालय में स्थित महल के प्रथम तल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्हें महल के भीतर कमरों में गंदगी दिखाई दी जिसे कुलपति ने त्वरित रूप से पूरे महल की साफ-सफाई करने के निर्देश दिये साथ ही कमरों में अस्त-व्यस्त रखे फाइलों को सुरक्षित रखने के निर्देश दिये।
कुलपति के निर्देश पर महल के प्रथम तल में स्थित सभी कमरों की सफाई की गई तथा आवश्यक सामग्रियों को व्यवस्थित किया गया जिसके बाद महल की सुंदरता बढ़ गई है। महल के कमरों में बनाई गई कलाकृतियों की खूबसूरती स्पष्ट दिखाई दे रही हैं जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
विरासत को संजोये रखना हमारी जिम्मेदारी.. कुलपति
निरीक्षण के दौरान कुलपति ने कहा कि यह महल खैरागढ़ का विरासत है और इसे संजोये रखना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि महल का दरवाजा जन सामान्य के लिये भी खुला रहेगा। विश्वविद्यालय में भ्रमण करने पहुंचने वाले पर्यटक महल में घूम सकते हैं जिससे उन्हें अपनी विरासत को देखने तथा यहां बनाई गई कलाकृतियों को देखकर उन्हें कला को समझने का अवसर भी मिलेगा। हमारा यह प्रयास है कि स्थानीय लोगों के साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटक भी इसका लाभ लें और अधिक से अधिक संख्या में जनमानस गीत, संगीत तथा विभिन्न कलाओं से जुड़े।
The door of the palace will remain open for the general public as well, the Vice Chancellor inspected the palace to preserve the heritage of Khairagarh
