छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया// नगर से महज लगभग 10 किमी दूर ग्राम संबलपुर में बीते गुरुवार शुक्रवार की रात्रि करीबन 9 बजे गैस सिलेंडर के फटने से दो घरों में आग लग गई। आग लगने से घरों में रखे सारे समान जलकर राख हो गया है। आग की चपेट में आने से एक मवेशी की मौत हो गई है जबकि दो मवेशी को हल्के चोंटे आयी है। वही पास ही में रहने वाले मां- पुत्र आग बुझाते समय झूलस गया है। जिसका इलाज गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। प्रशासनिक अमला आगजनी कि कारणों को अज्ञात मानते हुए आशंका जता रहे हैं कि पहले आग लगी होगी फिर सिलेंडर को पकड़ा होगा, जो ब्लॉस्ट होकर पूरे घर को चपेट में ले लिया।
ग्राम संबलपुर निवासी पीड़ित चैतराम पिता स्व. भरोसा राम यादव उम्र करीब 58 वर्ष ने बताया कि वह अपने परिवार में 15 सदस्यों के साथ कच्ची मकान में अलग अलग रहते हैं. वे सब खाना खाने के बाद सोने की तैयारी में थे. उसी दौरान गैस सिलेंडर में आग पकड़ ली जो तेज धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया. आग लगने की जानकारी ग्रामीणों ने गंडई थाना एवं फायर ब्रिगेड को दी गई.।

तालाब की पानी से पाया आग पर काबू
इधर आग पर काबू पाने ग्रामीणों ने पास ही के तालाब की पानी से आग बुझाने में लगे रहे. सूचना पर नगर पंचायत से फायर ब्रिगेड वाहन घटना स्थल पर पहुंची जब तक गांव वालों ने आग पर काबू पा लिया था. घटना की जानकारी होने पर गंडई तहसीलदार रात में ही अपने दल बल के साथ घटना पर पहुंचे. हालांकि रात होने की वजह से किसी भी तरह की कागजी कार्यवाही उनके द्वारा नही किया गया. लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को प्रकरण बनाया गया।
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सूझबूझ से बची कईयों परिवारों का घर
जिस समय यह हादसा हुआ उस समय पीड़ित चैतराम के घर में दो और सिलेंडर रखे हुए थे. ग्रामीणों को इसकी जानकारी होने पर घर में रखे दो सिलेंडर को सूझबूझ दिखाते हुए दूसरे रास्ता से बाहर निकाला गया. ग्रामीणों का कहना है कि रात में हवा शांत होने कि वजह से आग अन्य जगहों पर नहीं फैल सका अन्यथा कइयों के घर चपेट में आ सकते थे. चैतराम के घर से लगे सुरेश पिता आजु राम विश्वकर्मा के घर भी आग के चपेट मे आने से जलकर राख हो गया है. आग बुझाते समय सुरेश विश्वकर्मा के भतीजा शंकर पिता भूपेंद्र विश्वकर्मा उम्र 18 वर्ष एवं उसकी भाभी पुष्पा विश्वकर्मा उम्र लगभग 35 वर्ष को चोट आयी है. शंकर का एक हाथ और पुष्पा कि पीट जल गया है. जिसका इलाज़ गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
मजदूरी के सहारे जीवन यावन, घर जलने से बेघर हुए लोग
पीड़ित चैतराम यादव के दो पुत्र कचरू, ओमकार और एक पुत्री सती बाई है. पुत्री सती बाई शादी के बाद से मायके में बैठी हुई है जिसका एक लड़का भी है. सभी परिवार कवेलू के घर में रहते हैं इसी तरह घायल परिवार भी कच्ची मिट्टी के घर में निवासरत है. ये दोनो ही परिवार मेहनत मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते हैं. घायल शंकर और उसकी माँ पुष्पा बाई देवर सुरेश के खाने कमाने शहर चले जाने के कारण अपने देवर सुरेश के घर में रह रही थी. जो चैतराम के घर में आग लगने कि वजह से खुद की घर में आग न फैले करके आग बुझाने में लगे थे.
अमरदीप अंचल तहसीलदार गंडई का कहना है की घटना कि जानकारी होने पर मुआयना करने मौके पर पहुंचा, घटना में एक बछड़ा मौके पर दम तोड़ दिया, वही दो अन्य मवेशी भी झुलस गए है,जिसकी इलाज़ पशु चिकित्सक डॉक्टर इंदुल्कर गंडई के द्वारा किया गया, वही घर से लगे मकान में मां बेटे भी चपेट में आए है, जिसकी इलाज़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंडई में चल रहा है. आरबीसी 6/4 के तहत प्रकरण बनाया गया है, जिसकी क्षति पूर्ति की राशि संबंधित को जल्द उपलब्ध कराई जाएगी।

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