छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 रायपुर। गुरुवार को साढ़े तीन सौ लोगों के भाजपा में प्रवेश का उत्साह बीजेपी कार्यालय में मनाया जा रहा था, तो पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी और पूर्व मंत्री मे नाराजगीथी। पूर्व मंत्री और प्रवक्ता के गुस्से की खास वजह है उनके ही विधानसभा क्षेत्र के एक निर्दलीय पार्षद का उनकी आपत्ति के बाद भी बीजेपी प्रवेश करवाया जाना।
नए चेहरों पर नजर…
बता दें इस बार बीजेपी पुरानों की बजाये नए और फ्रेश चेहरों को तरजीह दे रही है जिससे पुराने नेताओं को अनदेखी होने का भान हो रहा है हो पार्टी पदाधिकारियों के लिए तकलीफें बढ़ने वाला साबित हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को ही एक तरफ बीजेपी प्रदेश संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी और वरिष्ठ दिग्गज नेता की उपस्थिति में कांग्रेस के अलावा निर्दलीय लोग बीजेपी की सदस्यता ले रहे थे। खुशनुमा माहौल में पार्टी कार्यालय में पद्मश्री पुरुस्कार प्राप्त कलाकार, आईएएस अधिकारी समेत साढ़े 300 लोगों को पार्टी नेता स्वागत कर बीजेपी प्रवेश कराते दिखे। लेकिन इस खुशनुमा वक्त में बीजेपी कार्यालय में एक वरिष्ठ प्रवक्ता और पूर्व मंत्री रूठा बैठा था। दरअसल एक निर्दलीय पार्षद को बीजेपी में आता देखकर पूर्व मंत्री का पारा सातवें आसमान पर था।
बताते हैं कि उस एक निर्दलीय पार्षद द्वारा पूर्व में किये गए पार्टी विरोधी कार्य और पिछले विधानसभा चुनाव में वोट ख़राब करने का आरोपी बता बीजेपी में प्रवेश कराये जाने का मुखर विरोध भी किया। विधानसभा में उनके खिलाफ काम करने की वजह से पूर्व मंत्री अब भी पार्षद से खार खाकर बैठे हैं। जब उनकी आपत्ति को पार्टी के नेताओं ने गंभीरता से नहीं लिया और यह कहकर उनकी आपत्ति ख़ारिज कर दी कि विरोधी था अब वह पार्टी प्रवेश कर के बीजेपी का सदस्य है। तब गुस्से से फनफनाते हुए पूर्व मंत्री कार्यक्रम से दूरी बनाये रखे।
जानकारी के मुताबिक आज दूसरे दिन तक पूर्व मंत्री अपने वरिष्ठ नेताओं के कहने के बाद भी संपर्क नहीं किये। दफ्तर में भी वो आज नहीं पहुंचे और न ही बीजेपी प्रवेश कार्यक्रम पर कोई बयान जारी किया। आलम यह था कि इतने लोगों के बीजेपी में प्रवेश की ख़ुशी पार्टी नेताओं के चेहरों में काम और पूर्व मंत्री की नाराजगी की दुश्चिंता ज्यादा दिखाई देती रही। पुरे 48 घंटे बाद भी पार्टी कार्यालय से लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच इस विवाद की चर्चा होती रही।
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