छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // नगर में संस्कृत सप्ताह के समापन के अवसर पर संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं के द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनके माध्यम से संस्कृत भाषा के विषय में समाज को जागृत किया जा सके। विश्व भर में संस्कृत सप्ताह धूमधाम से मनाया जाता है।
इस वर्ष भी 16 अगस्त से 22 अगस्त तक संपूर्ण भारत में संस्कृत सप्ताह के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, इसी तारतम्य में खैरागढ़ नगर में संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं के द्वारा शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा विश्वविद्यालय परिसर के दंतेश्वरी मंदिर से प्रारंभ प्रारंभ हुई। कार्यकर्ताओं ने संस्कृत के जय घोष करते हुए भ्रमण किया।

बाजार में दो स्थानों पर संस्कृत गीतों का गायन एवं संस्कृत नाटक का मंचन भी किया गया। इन कार्यक्रमों को उन स्थानों पर आवागमन करने वाले सामान्य जनमानस के द्वारा अत्यंत ही हर्ष के साथ देखा गया। साथ ही साथ नये बसस्टैंड परिसर में सभी को संस्कृत सप्ताह की शुभकामना भी प्रदान की गई।
इस कार्यक्रम ने समाज को यह संदेश दिया की संस्कृत बोली जाने वाली भाषा है ।इस भाषा में हमारी संस्कृति सुरक्षित है तथा इसका संरक्षण हम सभी सामाजिक जनों का भी विशेष कर्तव्य है। कार्यक्रम के अंत में डॉ.शंकर मुनि राय विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग ,शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनंदगांव ने सभी कार्यकर्ताओं को संस्कृत कार्य करने हेतु प्रेरक वचनों से अभिभूत किया।
इस कार्यक्रम में संस्कृत भारती,छत्तीसगढ प्रान्त के बाल कार्य प्रमुख श्रीमती दिव्यदेश पाण्डे के मार्गदर्शन में आयोजन किया गया। संस्कृत भारती के नगर संयोजक दानेश्वर साहू जी के अथक प्रयास एवं लगाव से कार्यक्रम किया गया। इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्षा पूर्णिमा केलकर के प्रेरणा व आशिर्वाद संस्कृत प्रेमीओं में ऊर्जा का संचार किया।
विभाग पर्यावरण संयोजक, संस्कृत अनुरागी मनोहर चन्देल, प्रदीप सिंह, अरपा पैरी के धार गीत को संस्कृत मे अपनी सुमधुर आवाज से जनमानस के दिलो मे राज करने वाली चञ्चल तीवरी, आराधना, पूजा ठाकुर, अनुराग मालवीय, शेखर विनायक, लोकेन्द्र सिंह, सनत जंघेल, गौकरण साहू, विशाल साहू कार्यकर्ताओं की उपस्थित महत्वपूर्ण रही।
