खबर काम की @खबर24×7 // हमारे समाज में यह परंपरा सदियों से चली आ रही हैं कि एक पिता की सारी प्रॉपर्टी का हकदार केवल बेटा होता है बेटी नहीं। जो आज के समय में भी यही परंपरा फॉलो हो रही है ।
पिता की सारी प्रॉपर्टी बेटों के पास जाती है. वहीं बेटियों को पिता की प्रॉपर्टी का कोई हिस्सा नहीं मिलता है लेकिन क्या कानून में ऐसा कुछ लिखा है कि पिता की सारी प्रॉपर्टी का हकदार केवल बेटा होगा बेटी नहीं।
आज हम आपको बताएंगे कि कानून में पिता की प्रॉपर्टी को लेकर क्या बातें लिखी हैं. क्या एक बेटी भी पिता की प्रॉपर्टी की हकदार होती हैं? आइए जानते हैं।
पिता की प्रॉपर्टी पर बेटियों का कितना हक?
भारत के कानून के अनुसार एक बेटी भी अपने पिता की प्रॉपर्टी की हकदार होती है। भारतीय संविधान के हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार, एक बेटी भी अपने पिता की प्रॉपर्टी की उतनी ही हकदार होती है जितना कि एक बेटा होता है।
अगर बेटी कुंवारी है तो भी बेटी पिता की प्रॉपर्टी पर बराबर की हिस्सेदारी का दावा ठोक सकती है। इसके अलावा अगर बेटी शादीशुदा है तो भी बेटी पिता की प्रॉपर्टी पर बराबर की हिस्सेदारी का दावा ठोक सकती है।
ऐसी स्थिति में नहीं मांग सकती बेटियां पिता से प्रॉपर्टी
वैसे तो बेटियां पिता की प्रॉपर्टी की उतनी ही हकदार होती है जितना कि एक बेटा होता है लेकिन एक स्थिति ऐसी भी होती है, जिसमें बेटियां अपने पिता की प्रॉपर्टी पर दावा नहीं कर सकती हैं। कानून के मुताबिक, अगर कोई पिता मरने से पहले अपनी वसीयत में केवल अपने बेटे का नाम शामिल करता है बेटी का नहीं, तो ऐसी स्थिति में बेटियां अपने पिता की प्रॉपर्टी पर दावा नहीं कर सकती हैं।
2019 मे ऐसा ही आया था फैसला
दिल्ली हाई कोर्ट ने साल 2019 मे प्रापर्टी से जुड़े एक मुकदमे को लेकर अपने फैसले में कहा था कि पिता की पूरी संपत्ति बेटे को नहीं मिल सकती क्योंकि में अभी जिंदा हैं और पिता की संपत्ति में बहन का भी अधिकार है।
दिल्ली के एक शख्स की मृत्यु के बाद उनकी प्रॉपर्टी का बंटवारा हुआ। कानूनी तौर पर उनकी प्रॉपर्टी का आधा हिस्सा पत्नी को मिलना था और आधा बच्चों को, जिनमें एक बेटा और एक बेटी शामिल है। लेकिन, जब बेटी ने प्रॉपर्टी में अपना हिस्सा मांगा तो बेटे ने साफ मना कर दिया।
बेटी ने हार नहीं मानी और उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। मां ने भी बेटी का समर्थन किया। इस पर बेटे ने विरोध किया और कहा कि पूरी प्रॉपर्टी उसे ही मिलनी चाहिए।
इस मामले की सुनवाई दिल्ली हाई कोर्ट में हुई, जहां अदालत ने हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा, ‘चूंकि मृतक की पत्नी भी जिंदा हैं तो उनका और मृतक की बेटी का भी प्रॉपर्टी में बराबर का हक बनता है।’
How much are daughters entitled to their father’s property? In this situation, daughters cannot ask for property from their father, know what the law says