40 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं ये ठग.. ऐसे करते थे ठगी पूरा काम
क्राइम खबर डेस्क खबर 24×7 कानपुर // चंद दिनों में ही करोड़ों कमाने का सपना देखने वाले साइबर ठगों ने महज छह माह में ही लाखों रुपये कमा लिए। गिरोह के मास्टर माइंड जतिन गलानी की बात करें तो अकेले उसके पास से ही पुलिस को 40 लाख रुपये मिले हैं।
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि इस दौरान खाता खुलवाने वाले अनिल खन्ना को भी उसने 22 से 25 लाख रुपये दिए हैं। जबकि तीसरे साथी सौरव दुलानी को प्रति डिवाइस यानी मोबाइल फोन का एक्सेस देने पर प्रति मोबाइल फोन एक हजार रुपये हर दिन मिलते थे। उसके चार से छह मोबाइल फोन हर दिन इस काम में लगे रहते थे। ऐसे में उसे भी प्रतिमाह 1.20 लाख से 1.80 लाख रुपया मिलता था. इसके साथ ही ठगी में मिली रकम का भी हिस्सा उसे मिलता था। पुलिस ये पैसा बरामद करने की कोशिश कर रही है।
बता दें अनिल कारपोरेट खाता खुलवाता था जिसकी लिमिट एक करोड़ से पांच करोड़ के बीच होती है। करंट अकाउंट खुलवाने के लिए एक निश्चित धनराशि भी पहले जमा करनी होती है ये पैसा जतिन मुहैया कराता था।
अनिल ने कानपुर के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत अन्य जिलों में भी अपने परिचितों के जरिए खाते खुलवाए. खाते लोगों को गुमराह करके अथवा पैसों का लालच देकर खुलवाए जाते थे। इन्हीं खातों में गेमिंग एप से मिली रकम जमा होती थी।
जिन मोबाइल नंबरों से यह खाते जुड़े होते थे, उनका एक्सेस (संचालन के सभी अधिकार) विदेश में बैठे आका डेनियल और एलेक्सा को जतिन देता था। जिसके बाद पूरा पैसा वह निकाल लेते थे।
डेनियल जतिन को देता था 2.50 प्रतिशत तक हिस्सा
खातों से पूरा पैसा निकालने के बाद डेनियल जतिन को 2.50 प्रतिशत तक हिस्सा देता था। जतिन के मुताबिक यह पैसा उन्हें यूएसडीटी (बिटक्वाइन में चलने वाला डालर) के रूप में मिलता था जिसे ये लोग बिटक्वाइन ट्रेडिंग एप के जरिए भुना लेते थे। रुपयों के लेनदेन को जिनका खाता लिया जाता है, उन्हें भी मिलने वाली धनराशि का एक प्रतिशत तक हिस्सा दिया जाता है।
एपीके फाइल के जरिये देते थे एक्सेस, हर दिन करोड़ों का ट्रांसफर जतिन ने बताया कि मोबाइल का एक्सेस देने के लिए डेनियल एपीके फाइल का यूज करते थे। वह एपीके फाइल भेजते थे, जिसका लिंक खोलते ही मोबाइल का पूरा एक्सेस उनके पास चला जाता था। इसी एक्सेस के बल पर वह एक दिन में करोड़ों रुपये इधर से उधर करते थे। बता दें जतिन के पास 40 लाख रुपये मिले हैं। ठगी की कुल रकम का यह दो प्रतिशत हिस्सा मान ले तो विदेशी साइबर ठग 40 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं।
These thugs have cheated for Rs 40 crores.. This is how they used to do the entire cheating work .