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किसान किताब का नाम सुझाने पर आप बन सकते है लखपति.. सरकार देगी इनाम. करें ये काम

किसान किताब का नाम सुझाने पर आप बन सकते है लखपति.. सरकार देगी इनाम. करें ये काम
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छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // छत्तीसगढ़ शासन के माननीय मुख्यमंत्री का जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के विधानसभा क्षेत्र भाटापारा के ग्राम कड़ार में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दिनांक 15 मई 2023 के दौरान की गई घोषणा के संबंध में भू अधिकार एवं ऋण पुस्तिका या किसान किताब का नया नाम सुझाने वाले चयनित प्रथम व्यक्ति को छ.ग. शासन रु 1 लाख का ईनाम देगी।

राज्य में प्रत्येक किसान मालगुजारी के समय से परंपरागत रूप से अपने स्वामित्व की भूमि का लेखा-जोखा एक पुस्तिका के रूप में धारित करता रहा है। मालगुजारी काल में बैल जोड़ी के चित्र वाली एक लाल रंग की पुस्तिका, जिसे “असली रैयतवारी रसीद बही” कहा जाता था, मालगुजारों के द्वारा कृषकों को दी जाती थी कालांतर में इस पुस्तिका को भू राजस्व सहिता में कानूनी रूप दिया गया.

भू-राजस्व संहिता के प्रभावशील होने के पश्चात् वर्ष 1972-73 में इस पुस्तिका का नामकरण “भू अधिकार एवं ऋण पुस्तिका किया गया। “भू अधिकार एवं ऋण पुस्तिका में कृषक के द्वारा धारित विभिन्न धारणाधिकार की भूमि एवं उनके द्वारा भुगतान किये गये भू राजस्व, उनके द्वारा लिये गये अल्प एवं दीर्घकालीन ऋणों के विवरण का इन्द्राज किया जाता है। इसके अतिरिक्त भूमि के अंतरणों की प्रविष्टियों को भी इसमें दर्ज किया जाता रहा है।

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छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के पश्चात् वर्ष 2003 में ऋण पुस्तिका का नाम “किसान किताब किया गया लेकिन इसके उद्देश्यों एवं उपयोग में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। किसान किताब में किसान के द्वारा धारित समस्त भूमि वैसे ही प्रतिबिंबित होती है जैसे वह भू-अभिलेखों में है। किसान किताब” प्रत्येक भू-स्वामी / भू-धारी कृषक के जीवन का एक अभिन्न अंग रहा है। कृषक के समस्त कृषकीय एवं वित्तीय कार्य की अधिकारिक पुष्टि का स्त्रोत यह छोटी सी पुस्तिका ही रही है यह कहना अतिशयोक्ति नही होगी कि यह कृषक की अस्मिता से सीधे संबंधित रही है।किसान किताब का नाम सुझाने पर आप बन सकते है लखपति.. सरकार देगी इनाम. करें ये काम

एक लाख इनाम की घोषणा

छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री द्वारा 15.05.2023 को जिला बलौदा बाजार भाटापारा के विधानसभा क्षेत्र ग्राम कडार में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान “भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिका या किसान किताब” की कृषक के जीवन में महत्ता को दृष्टिगत रखते हुये इसे एक नया सम्मान जनक नाम देने का आव्हान आम जनता से किया गया है और इसके नामकरण के लिए आम जनता से प्रस्ताव आमंत्रित करने एवं प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को रूपये एक लाख का पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी है।

इसे दिए गए लिंक https://revenue.cg.nic.in/rinpustika पर 30 जून 2023 तक पंजीयन कर अपलोड कर सकते हैं।


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