ड्राइवर महासंघ के आह्वान पर बस व मालवाहकों के थमे रहे पहिए
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ड्राइवरों की हड़ताल ने शनिवार को जिले में परिवहन व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। यात्री बसों के साथ-साथ मालवाहक वाहन भी हड़ताल में शामिल हो गए, जिसके कारण यात्री और माल ढुलाई दोनों ही प्रभावित हो गईं।
ड्राइवर महासंघ की प्रमुख मांगों में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी, ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन, ड्राइवर आयोग के तहत सुरक्षा कानून, दुर्घटना में मौत अथवा विकलांगता होने पर आर्थिक मदद, ड्राइवर दिवस की स्थापना और बच्चों के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में विशेष आरक्षण जैसी मांगें शामिल थीं।
इन मुद्दों पर सरकार से कोई सकारात्मक संकेत न मिलने पर महासंघ ने शनिवार को हड़ताल का एलान किया था, जिसका असर व्यापक रूप से दिखा।
यात्री बस स्टैंड पर भटकते रहे
ड्राइवर महासंघ की हड़ताल के कारण शहर से होकर गुजरने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर यात्री बसों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रही। दुर्ग, धमधा, रायपुर, कवर्धा, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, गातापार, लांजी सहित सभी मार्गों की बसों ने संचालन बंद कर दिया। इस वजह से भाईदूज और त्योहारों पर अपने घरों को जा रहे यात्री बस स्टैंड पर भटकते रहे। कुछ निजी वाहन चालकों और छोटे यात्री वाहनों ने मनमानी कीमतों पर यात्रियों को गंतव्य तक पहुँचाया, जिससे यात्रियों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।![]()
आउटर में सक्रिय रहा महासंघ
हड़ताल के दौरान महासंघ के पदाधिकारी शहर के आउटरों में भी सक्रिय रहे और बड़े मालवाहकों के चालकों को आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। इसने मप्र, महाराष्ट्र, गुजरात, और छत्तीसगढ़ से आने-जाने वाले वाहनों के संचालन को पूरी तरह रोक दिया। इस हड़ताल का व्यापक असर पड़ा और यात्रियों से लेकर व्यापारियों तक सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मालवाहकों का भी ठहराव
मालवाहकों के पहिए भी थमने से राजनांदगांव, रायपुर और दुर्ग से शहर आने वाले मालवाहक नहीं पहुंचे। इसके कारण शहर में सामान की ढुलाई प्रभावित रही, और बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गई। सब्जी मालवाहकों के भी खड़े होने से सब्जी विक्त्रसे्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
On the call of the Drivers Federation, the wheels of buses and cargo vehicles stopped.


