कार्यवाई का डर नहीं: प्रतिबंध के बावजूद रात के अंधेरे में बोर मशीन से अवैध खनन
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // भीषण गर्मी के बीच लगातार पानी के लिए मारा मारी हो रही है। पानी का भूमिगत जल स्तर कम हो गई है जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने नए बोर खनन पर प्रतिबन्ध लगाया गया है लेकिन अब चोरी छिपे रात के अँधेरे में अवैध रूप से बोर का खनन किया जा रहा है।

खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में ग्रीष्म ऋतु के दौरान जल संकट की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने 1 अप्रैल से 30 जून 2025 तक पूरे क्षेत्र को जलाभावग्रस्त घोषित कर बिना अनुमति बोर खनन पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन इन आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए रात के अंधेरे में धड़ल्ले से बोर खनन का काम किया जा रहा है। वही दूसरी ओर प्रशासन प्रतिबन्ध का आदेशा जारी कर शिकायत का इंतजार कर रही है।
आधी रात को अवैध बोर खनन..अधिकारी को शिकायत
ऐसा ही मामला सामने आया जिसमे जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर वनांचल ग्राम देवरी में देर रात बोर खनन करते नजर आए। मौके पर एक किसान के खेत में बिना अनुमति बोरवेल खुदाई की जा रही थी।
गाड़ी नंबर RJ 28 EA 1658 मौके पर मौजूद थी, जिससे बोर मशीन लाई गई थी जहां रात के अंधेरे में बोर खनन का कार्य जारी था। इसकी फोटो व विडियो भेज शिकायत की गई तब कार्यवाई की बात कही गई।
जबकि सूत्रों कि माने तो आसपास देर रात के अँधेरे में अवैध रूप से मशीन लगा घडल्ले से बोर खुदाई कर रहे है। बताया जा रहा कि अब तक सैकड़ो की संख्या में बोरवेळ की खुदाई कर चुके लेकिन प्रशासन आदेश जारी कर शिकायत का इंतजार कर रही है।
कार्यवाई के लिए किया गया निर्देशित
मामले पर एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने कहा कि मैंने बोर खनन की सूचना मिलते ही तहसीलदार और पटवारी को कार्रवाई के लिए निर्देशित कर दिया है, पंचनामा रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार वाहन जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
No fear of action: Despite the ban, illegal mining is being done using bore machines in the dark of night
