छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 बलौदाबाजार // सतनामी समाज के गिरौदपुरी के मानाकोनी स्थित धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ से नाराज लोगों ने बलौदाबाजार कलेक्टर और एसपी ऑफिस में आग लगा दी। इससे दफ्तर का ज्यादातर हिस्सा जलकर खाक हो गया। इसमें सरकारी दस्तावेज भी जल गए। वहीं, समाज के गुस्साए 5 हजार से ज्यादा लोगों ने सैकड़ों गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। समाज के लोगों ने पुलिस पर दोषियों को बचाने का भी आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार सोमवार को हुई इस घटना में बलौदाबाजार शहर में दुकानों के शटर गिर गए साथ ही कर्फ्यू जैसे हालात भी बन गए। इस दौरान सतनामी समाज के लोगों ने प्रदर्शन के साथ जमकर हंगामा किया।
भीड़ ने कलेक्टोरेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और इस दौरान पुलिसकर्मियों को चोटें लगी हैं। लगभग एक घंटे तक बलौदाबाजार कलेक्टर परिसर व शहर के कई इलाकों में तोड़फोड़ की। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। घटना की खबर मिलने पर रायपुर रेंज के आइजी अमरेश मिश्रा के साथ ही वरिष्ठ अफसर मौके पर पहुंचे।
बता दे की 15 मई को देर रात गिरौदपुरी में सतनामी समाज के तीर्थ स्थल अमर गुफा के जैतखाम को अज्ञात लोगों ने ने क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके बाद से ही हालात बिगड़ने लगे थे। हालांकि सोमवार को शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन की अनुमति लेने के बाद दशहरा मैदान में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। इस दौरान सभा के बाद भीड़ नारे लगाते रहे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आलाधिकारियों को तनाव कम करने और शांति बहाली के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार 15 मई की देर रात सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब पांच किमी दूर मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिह्न जैतखाम को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लोगों का आरोप है कि पकड़े नहीं रही है।![]()
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को ही इस मामले की न्यायिक जांच की घोषणा की थी, लेकिन समाज के लोग सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे।


