छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़// केसीजी जिले के खैरागढ़ में गत दिनों स्कूलों में यूथ व इको क्लब क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ. गौरतलब है कि मिशन लाईफ के तहत अब साप्ताहिक कैम्प का आयोजन भी होगा और समस्त विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता के विकास व यूथ क्लब एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से यूथ एवं इको क्लब का गठन भी किया गया.
मिशन लाईफ के तहत साप्ताहिक कैम्प का होगा आयोजन
गौरतलब है कि मिशन लाईफ के तहत साप्ताहिक कैम्प का आयोजन होगा और शैक्षिक गतिविधियों से कौशल विकास का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है क्योंकि समग्र शिक्षा के अंतर्गत सभी विद्यालयों में समस्त विद्यार्थियों को सशैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से उनमें जीवन कौशल के साथ-साथ नेतृत्व क्षमता के विकास के लिये यूथ क्लब एवं पर्यावरण संरक्षण को संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से यूथ एवं इको क्लब का गठन किया गया है.

उल्लेखनीय है कि केसीजी जिलाधीश व जिला शिक्षा अधिकारी लालजी द्विवेदी, केसीजी जिला शिक्षा कार्यालय सहायक संचालक श्रीमती रश्मि खरे, विकासखंड खैरागढ़ बी.आर.सी. सुजीत चौहान, समग्र शिक्षा खैरागढ़ ए.पी.सी. आत्माराम साहू के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण विज्ञान भवन खैरागढ़ में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर सेजेस गंडई से व्याख्याता जसबीर सिंह व शा.मा.शा. जालबांधा की शिक्षक श्रीमती सुनीता जैन द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.
उक्त प्रशिक्षण में पोषण वाटिका जैव विविधता के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें पर्यावरण के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिये और पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य से आत्मसात करना सीखना और कार्य करना सीखाने पर आधारित प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी लालजी द्विवेदी द्वारा पर्यावरण को हमारे जीवन से जोड़ते हुए बहुत महत्वपूर्ण बिंदु पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई.
विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता के विकास व यूथ क्लब एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए यूथ एवं इको क्लब का हुआ गठन
प्रशिक्षण कार्यक्रम में खैरागढ़ बी.आर.सी. सुजीत चौहान ने अपने उद्बबोधन में वहां उपस्थित समस्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षको एवं छात्रों को अपने घर से पेड़ लगाना शुरू करना है क्योंकि जिस तरीके से आज धरती का तापमान इतना ज्यादा बढ़ गया है, कल यही तापमान 48 डिग्री से बढ़कर 50 से 55 डिग्री होगा, और इसके जिम्मेदार कहीं न कहीं हम ही होंगे, इसलिए ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए हमें अपने घर और आसपास के सुरक्षित स्थानों पर अधिक से अधिक पेड़ लगाना शुरू करना है और उसकी बेहतर ढंग से सुरक्षा भी करना है तभी इस बेहतर तरीके से पर्यावरण को हम लोग सुरक्षित रख सकते है और इस दौरान उन्होंने समस्त शिक्षकों को पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए बहुत प्रोत्साहित भी किया.
समग्र शिक्षा खैरागढ़ ए. पी.सी आत्माराम साहू द्वारा भी पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण बातो के बारे में उपस्थितजनों को बताया और कहा कि यूथ एवं इको क्लब के जरिए पर्यावरण सुरक्षा कार्यक्रम को समुदाय से जोड़ा जायेगा. संकुल समन्वयक राकेश वर्मा और तोपचंद वर्मा का भी इस प्रशिक्षण में बहुत योगदान रहा और उन्होंने भी पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित अपने विचार व्यक्त किये.
गौरतलब है कि केसीजी जिले के सभी शालाओ में यूथ एवं इको क्लब को इस प्रशिक्षण के माध्यम से सक्रिय किया जायेगा और इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सहशैक्षिक गतिविधियों से जोड़कर उनका कौशल विकसित करना है साथ ही पर्यावरण सुरक्षा, जीवन कौशल, आत्मसम्मान एवं आत्मविश्वास को उनमें बढ़ावा देना है.

इको क्लब के सदस्य पर्यावरणीय गतिविधियों में भाग लेंगे और पर्यावरण सुरक्षा के बारे में समझ विकसित करेंगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स जसबीर सिंह और श्रीमती सुनीता जैन ने बताया कि यूथ एव इको क्लब का अपना वार्षिक कैलेंडर होगा और हमेशा कार्य योजना बनाकर ही गतिविधियों का संचालन किया जायेगा और यूथ क्लब की गतिविधियों में मुख्यताः क्विज, डिबेट, पुस्तकालय व प्रयोगशाला के उपयोग शामिल हैं वही इको क्लब जल संरक्षण, पौधा संरक्षण एवं कचरा प्रबंधन कार्य की गतिविधियों में भी शामिल होगा और इको क्लब को समुदाय से जोड़कर पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रम में सहयोग लिया जायेगा साथ ही छात्रों में पोषण वाटिका जैव विविधता के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें पर्यावरण के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए स्कूल में इको क्लब की स्थापना की गई है और इस क्लब का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ‘पर्यावरण’ को बचाने के लिये आत्मसात करना, सीखना और कार्य करना सिखाना है और पर्यावरण से संबंधित सभी महत्वपूर्ण दिन जैसे पृथ्वी दिवस, ओजोन दिवस, ऊर्जा संरक्षण दिवस, खाद्य दिवस, वन्य जीवन सप्ताह, तेल संरक्षण दिवस और प्रदूषण मुक्त सप्ताह, विश्व जनसंख्या दिवस, जैव विविधता दिवस व विश्व विरासत दिवस आदि छात्रों को उनके पर्यावरण के बारे में जागरूक करने के लिये मनाये जायेंगे और स्कूल परिसर में समय-समय पर नारे लिखना, पोस्टर बनाना, निबंध लेखन, रैलियाँ आदि आयोजित की जायेगी जिससे बच्चो में पर्यावरण सुरक्षा के बारे में बेहतर समझ विकसित होगी और स्कूल परिसर में “पानी का उत्सव” भी मनाया जायेगा, जिसमें छात्रों के द्वारा पर्यावरण से संबंधित बेहतर गतिविधियां और उनकी खूबसूरत प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी.
