जंगल के बीच रहस्यमय मृत मिला भालू और उसके बच्चे का शव.. वन विभाग ने किया दाह संस्कार
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // जिले के विक्रमपुर पश्चिम वन परिक्षेत्र के घने जंगल में मादा भालू और शावक की रहस्मयी मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को घटना की सूचना दी। अधिकारी, वन्यजीव विशेषज्ञ और पशु चिकित्सक ने मौके पर जांच की जिसमे खून के निशान नहीं मिले हैं। वहीं दोनों शव पर कोई गहरे चोट के निशान भी नहीं पाए गए हैं. घटना से इलाके में हड़ंकप मच गया है।

दरअसल वन परिक्षेत्र के अंतर्गत विक्रमपुर पश्चिम परिसर के कक्ष क्रमांक 215 में मादा भालू और उसके बच्चे का शव मृत अवस्था में पाया गया। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने तत्परता से मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आवश्यक जांच प्रारंभ की। उनका मानना है कि यदि भालू और उसके शावक की मौत किसी बीमारी से हुई है, तो यह अन्य वन्यजीवों के लिए भी खतरा हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने जंगल के आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और अन्य वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष दल तैनात किए हैं।
जांच के बाद वन विभाग की टीम ने पशु चिकित्सक व ग्रामीणों की मौजूदगी में नियमानुसार दोनों भालुओं के शवों का दाह संस्कार किया।
विभाग का कहना है किन शव लगभग सप्ताह भ पुराना है वहीं प्रारंभिक जांच में भालू के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं, जिससे किसी बाहरी हमले, हिंसक संघर्ष या शिकार किए जाने की संभावना कम प्रतीत होती है। इसके अलावा, शरीर पर किसी प्रकार की गहरी चोट, खरोंच या रक्तस्राव के निशान भी नहीं मिले हैं, जो यह संकेत देता है कि भालू और उसके बच्चे की मृत्यु प्राकृतिक कारणों, किसी बीमारी या आंतरिक वजहों से हो सकती है।
इस दौरान पर डीएफओ एवं वाइल्ड लाइफ वार्डन आलोक कुमार तिवारी, संयुक्त वनमंडलाधिकारी एवं उपवनमंडल खैरागढ़ डॉ. मोना महेश्वरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी रमेश कुमार टंडन, असिस्टेंट वेटनरी सर्जन श्रीमती ममता रात्रे, बीट गार्ड श्रीमती प्रतिमा वर्मा समेत वन विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद रहे।
