सामाजिक बहिष्कार का दंश.. परिवार का हुक्का-पानी किया बंद.. परेशान हो लगाई न्याय की गुहार
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // देश भले ही 21वी सदी में चल रहा है तो वही दूसरी और कुछ रूढ़ी वादी परंपरा है आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रही है जिनमें से एक है सामाजिक बहिष्कार का मामला फिर से सामने आया है।
ताजा मामला खैरागढ़ जिले के शिकारीटोला का है जहां दबंगों ने एक परिवार को बहिष्कृत कर दिया 7 महीने पहले जाती गत समाज ने छोड़ा और अब गांव में भी बहिष्कार कर दिया है। इस परिवार को पानी से लेकर रोजमर्रा की जिंदगी में बेहद परेशानी का सामना करना पड रहा है।
ठेलकाडीह थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम शिकारीटोला के ग्रामीण मिलनराम वर्मा को 7 माह पहले समाज ने छोड़ा और अब गांव में भी दबंगो ने बहिष्कार कर दिया है। मिलन राम ने बताया की मेरे बड़े पुत्र मोतीलाल और गांव के हेमंत सेन दोनों मिलकर मई 2024 में शिकारीटोला निवासी हरदयाल सिन्हा का ट्रैक्टर ट्राली चोरी करने जुर्म कबूल किया गया और जेल भी चला गया जिसे जमानत पर रिहा करवाया और पेशी न्यायालय में आज भी चल रही हैं।
वही दोनो पक्षों के बीच आपस में समझौता हुआ की ट्राली का कागजाद लाना फिर जो भी खर्चा होगा ट्राली को छुड़ाने में उसको देने कि बात तय कि गई थी लेकिन अब ट्राली मालिक हरदयाल सिन्हा ट्राली से सम्बंधित कोई भी कागजाद थाने में पेश नहीं कर पा रहा है।
इसी बात को लेकर हरदयाल सिन्हा ग्रामीणों का सहारा लेकर ट्राली की कीमत 1,50,000/- रुपये देना करके मुझ पर जबरदस्ती दबाव बनाया जिससे मेरी आर्थिक स्थति खराब होने के कारण अर्थदण्ड देने से इंकार कर दिया जिसके कारण ग्रामीणों ने मेरे परिवार का हुक्का पानी बंद कराकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा हैं।
जिससे परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए कोतवाल से गांव में हाका भी पड़वाया है. पीड़ित परिवार ने खैरागढ़ एसपी ऑफिस पहुंच कर अपने परिवार को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
The sting of social boycott.. the family was stopped from having relations.. being troubled, he pleaded for justice