महाजाल से होंगी रूपलाल और राजेश की नई शुरुआत, संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू के जीवन में आई नई रोशनी
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // ‘सुशासन तिहार’ के अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में खैरागढ़ विकासखण्ड के ग्राम खपरी तेली और खपरी सिंदर के दो मेहनती ग्रामीणों, रूपलाल निषाद और राजेश निषाद, के जीवन को नई दिशा दी है। इन दोनों मछुआरों ने मछली पालन के लिए शासन से सहायता प्राप्त करने हेतु समाधान शिविर में आवेदन प्रस्तुत किया।
उनकी आवश्यकताओं को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने ग्राम मुढ़ीपार में आयोजित शिविर में उन्हें तुरंत महाजाल (फिशिंग नेट) प्रदान किया। पहले ये दोनों पारंपरिक और सीमित साधनों से मछली पकड़ते थे, जिससे उन्हें मेहनत के अनुपात में बहुत कम आय होती थी। लेकिन अब महाजाल की सहायता से वे अधिक मात्रा में मछली पकड़ने में सक्षम हो सकेंगे । इससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी।
और जीवन में आर्थिक स्थिरता आएगी। रूपलाल और राजेश ने शासन व प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा यह सहायता हमारे लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। अब हमें अपने परिवार के भविष्य को लेकर चिंता नहीं है। मत्स्य पालन विभाग के सहायक संचालक प्रदीप भोले ने बताया कि शासन की प्रतिबद्धता है कि ग्रामीणों को उनकी जरूरत के अनुसार योजनाओं का लाभ सीधे और त्वरित रूप से मिले। सुशासन तिहार इसका सशक्त माध्यम बन रहा है।

मुढ़ीपार के संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू के जीवन में आई नई रोशनी
सुशासन तिहार के अंतर्गत ग्राम मुढ़ीपार में आयोजित शिविर में स्थानीय नागरिकों के जीवन में आशा की नई किरण जगाई है। इसी कड़ी में ग्राम मुढ़ीपार के निवासी संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू ने शिविर में श्रम कार्ड पंजीयन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया, जिस पर शासन ने तत्परता दिखाते हुए कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल के मार्गदर्शन में शिविर के दौरान ही दोनों का श्रम कार्ड जारी कर दिया।
संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू ने इस त्वरित सेवा के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि श्रम कार्ड के अभाव में उन्हें रोजी-मजदूरी के कार्यों में उचित पारिश्रमिक नहीं मिल पा रहा था। अब श्रम कार्ड प्राप्त होने से वे श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर होगा। यह पहल शासन की संवेदनशीलता और जनकल्याणकारी नीतियों की प्रभावशीलता का प्रमाण है।


