छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 नई दिल्ली// भारतीय सेना में मंगलवार से नया बदलाव लागू हो गया। इसके तहत सेना के ब्रिगेडियर और उससे ऊपरी रैंक के सभी अधिकारी समान यूनिफॉर्म पहनेंगे। उनके हेडगियर से जूते तक एक जैसे होंगे। भले उनका कैडर और नियुक्ति कहीं भी हो। सेना में समान पहचान, चरित्र और दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए यह बदलाव किया गया है। इससे सेना में विभिन्न रेजिमेंटों और सेवाओं को दर्शाने वाली अलग अलग वर्दी और साजो-सामान पहनने की लंबे समय से चली आ रही प्रथा खत्म हो गई है।![]()
सेना ने इस बदलाव पर हाल ही आर्मी कमांडर कॉन्फ्रेंस में चर्चा की थी। सभी हितधारकों से चर्चा के बाद बदलाव लागू करने का फैसला किया गया। ब्रिगेडियर और अन्य सभी फ्लैग रैंक के अधिकारियों की टोपी, कंधे पर पहने जाने वाले बैज, वर्दी के कॉलर पर जॉर्जेट पैचेज, बेल्ट और जूते एक जैसे होंगे। सेना के अधिकारी अब कोई डोरी या थैली बेल्ट नहीं
इंडियन आर्मी की वर्दी में किए गए बदलाव
भारतीय सेना ने वर्दी में बदलाव करने से पहले आर्मी कमांडर कॉन्फ्रेंस में इस विषय पर काफी चर्चा की और सभी मीटिंग में सभी पहलुओं पर चर्चा करने के बाद ही ये बदलाव लागू किया गया है। इंडियन आर्मी के अधिकारियों के अनुसार, सैन्य अधिकारियों की टोपी, वर्दी के कॉलर पर पहने जाने वाले जॉर्जेट पैचेज, कंधे पर लगाए जाने वाले बैज, बेल्ट, जूते ब्रिगेडियर और उनके लेवल के सभी फ्लैग रैंक के अधिकारियों के एक जैसे होंगे। वहीं सेना के अफसर अब लैनयार्ड नहीं पहनेंगे।
इंडियन आर्मी ने क्यों लिया ये फैसला
भारतीय सेना का ये फैसला रेजीमेंट की सीमाओं से अलग है। सेना के सीनियर अधिकारियों के बीच सेवा मामलों में सामान्य पहचान और नजरिए को बढ़ावा देने के लिए ये फैसला लिया गया है। भारतीय सेना का ये फैसला उसके चरित्र को निष्पक्ष और न्याय संगत संगठन होने मजबूत करेगा। एक जैसी वर्दी सभी सीनियर रैंक के अधिकारियों को एक समान पहचान देगा।


