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छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 में खिलाड़ियों ने दिखाया अपना दम..महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों ने दिखाई अपनी प्रतिभा

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छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 रायपुर // राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 ओलंपिक खेलों के माध्यम से हमारे प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री श्री बघेल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य को पुनः उसकी पारंपरिक खेलों से जुड़ने का एक ऐसा अवसर दिया है जिससे इन खेलों में शामिल होने वाले प्रदेश से सभी प्रतिभागी बेहद खुश और उत्साह से भरे हुए दिखाई दे रहे हैं। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को फिर से पूरे प्रदेश में स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा की जा रही बेहद ही सराहनीय कदम है। इससे हमारे छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल के महिला एवं पुरूष खिलाड़ियों के साथ बच्चों को भी  अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। Chhattisgarhia Olympics

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कबड्डी प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों ने दिखाई अपनी प्रतिभा

कब्बडी में महिला वर्ग की 0 से 18 वर्ष में दुर्ग संभाग ने प्रथम, रायपुर संभाग में द्वितीय और बस्तर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं 18 से 40 वर्ष के उम्र में दुर्ग संभाग ने प्रथम, रायपुर संभाग ने द्वितीय और बिलासपुर संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। सबसे अधिक प्रभावित किया 40 से अधिक उम्र की महिलाओं के वर्ग ने जिसमें प्रथम स्थान में दुर्ग संभाग रहा दूसरे स्थान में रायपुर संभाग में बाजी मारी तो वही तीसरा स्थान बिलासपुर संभाग ने हासिल किया। कब्बडी में पुरुष वर्ग के खिलाड़ियों में 0 से 18 आयु वर्ग में बिलासपुर संभाग प्रथम, द्वितीय बस्तर संभाग और तृतीय सरगुजा संभाग रहा। 18 से 40 आयु वर्ग के पुरुष खिलाड़ियों में रायपुर संभाग ने प्रथम, बस्तर संभाग ने द्वितीय और दुर्ग संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। 40 से अधिक आयु वर्ग के पुरुष खिलाड़ियों में दुर्ग संभाग को प्रथम, रायपुर संभाग को द्वितीय और बस्तर संभाग को तीसरा स्थान मिला। Chhattisgarhia Olympics

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खो-खो प्रतियोगिता में महिलाओं ने भी उत्साह से भाग लिया

राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022- 23 के अंतिम दिन आज यहां राजधानी रायपुर के माधवराव सप्रे उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल परिसर में आयोजित खो-खो प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों संभाग से जीत कर आए बच्चे से लेकर बुजुर्ग खिलाड़ियों ने अपना दम-खम दिखाया। बस्तर संभाग के खिलाड़ी महिला एवं पुरूष वर्ग के तीन श्रेणियों में पहला स्थान पाने में सफल रहे।  खो-खो प्रतियोगिता में 18 वर्ष से कम आयु के पुरुष वर्ग में दुर्ग संभाग ने बाजी जीती और पहला स्थान प्राप्त किया। रायपुर संभाग को दूसरा और बिलासपुर को तीसरा स्थान मिला। इसी तरह 18 से 40 वर्ष के पुरुष वर्ग में बस्तर संभाग प्रथम, दुर्ग द्वितीय और बिलासपुर संभाग को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। 40 वर्ष से अधिक के पुरूष वर्ग में रायपुर संभाग का दबदबा कायम रहा और उसने पहला स्थान पाया। इस वर्ग में दुर्ग संभाग दूसरे और बिलासपुर तीसरे स्थान पर रहा। खो-खो प्रतियोगिता में प्रदेशभर से जीत कर आई महिलाओं ने भी उत्साह से भाग लिया। 18 वर्ष से कम आयु की महिला वर्ग में बस्तर संभाग को पहला, दुर्ग संभाग को दूसरा और बिलासपुर संभाग को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इसी तरह 18 से 40 वर्ष की महिला वर्ग में बस्तर संभाग प्रथम, दुर्ग द्वितीय और बिलासपुर संभाग तीसरे स्थान पर रहा। 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए आयोजित मैच में बिलासपुर संभाग प्रथम, दुर्ग द्वितीय और रायपुर संभाग तीसरे स्थान पर रहा। खिलाड़ियों ने कहा – ग्रामीण खेल आगे बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय लेवल तक पहंुचे । Chhattisgarhia Olympics

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 पिट्ठुल के खिलाड़ियों ने किया प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन

पिट्ठुल प्रतियोगिताओं में 18 वर्ष से कम उम्र के बालक वर्ग में रायपुर संभाग ने बाजी मारी वही बस्तर संभाग ने दूसरा और सरगुजा संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह बालिका वर्ग में सरगुजा संभाग पहला, बिलासपुर संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग तीसरा स्थान हासिल किया। 18 से 40 आयु वर्ग के प्रतियोगिताओं में दुर्ग संभाग ने पहला, रायपुर संभाग दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। वही महिला वर्ग में बिलासपुर संभाग ने पहला, रायपुर संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह 40 से अधिक आयुवर्ग में पुरुष वर्ग में बिलासपु    र संभाग ने पहला, रायपुर संभाग ने दूसरा, दुर्ग संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। महिला आयुवर्ग में बस्तर संभाग ने पहला, दुर्ग संभाग ने दूसरा, सरगुजा संभाग ने तीसरा स्थान हासिल किया। दलीय खेल संखली की प्रतियोगिता में 18 वर्ष से कम उम्र की महिला वर्ग में बस्तर संभाग प्रथम, रायपुर द्वितीय और दुर्ग तीसरे स्थान पर रहा।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देेने के उद्देश्य के छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में 14 खेलों को शामिल किया गया है। इसके तहत दलीय खेल में गिल्ली डंडा, पिट्टुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा) और एकल खेल में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मी. दौड़ तथा लंबी कूद की प्रतिस्पर्धाएं शामिल हैं। घरेलू महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी इस ओलंपिक में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। Chhattisgarhia Olympics

महिलाओं ने घर की चार-दिवारी से बाहर निकलकर प्रतिभा दिखाने का अवसर देने के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभार
दुर्ग संभाग के बालोद जिले के डौंडी ब्लॉक के भैंसबोड़ गांव से 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में खो-खो खेलने आईं श्रीमती उमेश्वरी ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन के लिए आभार जताते हुए कहा कि पारंपरिक खेलों के आयोजन से हम जैसी कई महिलाओं को घर से बाहर निकलकर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। हमारी खो-खो टीम में 12 सदस्य हैं। इस साल उनकी टीम ने राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। अगले साल पहले स्थान के लिए तैयारी करेंगे। उनकी टीम की सदस्य श्रीमती चित्ररेखा मंडावी ने कहा कि उन्होंने शादी के पहले खो-खो खेला था। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन से शादी के बाद पहली बार उन्हें खो-खो खेलने का अवसर मिला। इससे उन्हें बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि हम सभी महिलाओं में खेल से नया उत्साह आया है। अगले साल हमारी टीम पहला स्थान लाने का प्रयास करेगी। महिला टीम के प्रभारी खेल अधिकारी श्री सोन सिंह दुग्गा ने कहा कि उन्होंने गांव से राज्य स्तर तक ओलंपिक खेल आयोजन देखा है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं में अपने परंपरागत खेलों को लेकर गजब का जोश और उत्साह दिखाई दिया। आगे भी यह आयोजन होते रहना चाहिए। Chhattisgarhia Olympics

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