नेशनल खबर डेस्क खबर 24×7 देहरादून // चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए बीते दो दिन में उत्तराखंड सरकार 5 बड़ी बैठकें कर चुकी हैं, लेकिन यमुनोत्री और गंगोत्री रूट पर लंबे-लंबे ट्रैफिक का समाधान नहीं मिल पा रहा है। हालांकि इतनी राहत जरूर है कि दो दिन पहले ट्रैफिक में जो समय 20 से 25 घंटे लग रहा था, वो अब घट गया है। गुरुवार दिनभर उत्तरकाशी से 99 किमी और बरकोट से यमुनोत्री के 46 किमी रूट पर पर करीब 3 हजार गाड़ियां 12 से 15 घंटे इंतजार कर ट्रैफिक में रेंगती रहीं। सबसे ज्यादा समस्या गंग यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ के पर पास बनी हुई है। यहां 12-12 घंटे गाड़ियां रोक रहे हैं। रास्ते संकरे हैं और मोटर लोड ज्यादा है, इसलिए बुधवार पूरी रात ट्रैफिक चालू रहा। यात्रियों ने रात गाड़ी में ही बिताई। इससे पहले, चार धामों में वीडियो शूट पर आ रही आपत्तियों को लेकर राज्य सरकार का रुख 5 घंटे में दो बार बदला। पहले मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि मंदिरों के 200 मी. के दायरे में वीडियो या रील्स नहीं बना सकेंगे। फिर सीएम ने समीक्षा बैठक की। इसके बाद जो आदेश आया, उसमें 200 मी. दायरे की जगह 50 मी. लिखा गया। – बता दें कि केदारनाथ में गुरुवार को 28 हजार, बद्रीनाथ में 12,231, यमुनोत्री में 10,718 तो गंगोत्री में 12,236 लोगों ने दर्शन किए। अब तक चारों धामों में 3.98 लाख दर्शन कर चुके हैं। 28 लाख से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैँ।
बैरियर्स पर दो से तीन घंटे रोक रहे

⭕ गंगोत्री नेशनल हाईवे पर सोनगाड़ से भैरव घाटी के बीच लंबा ट्रैफिक जाम है। यहां गाड़ी पास होने में 2-3 घंटे लग रहे हैं।
⭕ नगुण बैरियर, डुंडा, उत्तरकाशी, तेखला, हींना के अलावा यमुनोत्री को जोड़ने वाले हाईवे के डामटा बैरियर व बरकोट दोबाटा पर गाड़ियों को एक-एक घंटे रोका।
⭕ प्रशासन ने गंगोत्री-यमुनोत्री रूट पर कई बैरियर हटा दिए हैं। इससे बरकोट, नेताला, गंगोरी, नौगांव, ब्रह्मखाल, राडीटॉप, ओरछा बैंड, सिलक्यारा क्षेत्र में गुरुवार को लंबे जाम नहीं लगे। एक से दो घंटे में गाड़ियां पास होती रहीं।
25 मई तक केदारनाथ-बद्रीनाथ में वीवीआईपी दर्शन नहीं..
केदारनाथ सीतापुर से गौरीकुंड के बीच ही जाम है। बाकी रास्ता खुला हुआ है। जबकि बद्रीनाथ में जोशीमठ से आगे ट्रैफिक नियंत्रण में है। दोनों जगह सरकार ने वीवीआईपी दर्शन 25 मई तक रोक दिए हैं।
