छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 अम्बागढ़चौकी// आने वाले समय मे विधानसभा चुनाव है और सभी पार्टी विधानसभावार अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही है। तो वही पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रचार प्रसार के साथ ही विपक्षियों पे वार पलटवार करने का दौर भी शुरू हो गया है।
जिसमे शिवसेना के प्रदेश सचिव दिनेश ताम्रकार ने दो बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी पे बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखकर शिवसेना उन जन जातियों पर अधिक विचार लगा रही है जो सेवादार हो जैसा कि कंडरा, गाँड़ा, प्रधान, देवार एंव अन्य अन्य जिसे देश के दो सबसे बडे राष्ट्रीय राजनीति पार्टी ने कभी भी यसे जन जातियों को अपने बराबर नहीं मानते। इनका सिर्फ इस्तेमाल करते आ रहे।
आगे कहा की ये जन जातियाँ समाज के साथ-साथ देवताओं का भी सेवा करते आ रहे है इन्हे दोनों राष्ट्रीय पार्टी अपना सेवक बनाकर ही रखे हुवे है, जिसे सबसे पिछड़े वर्ग मे गिनती लगाया जाता है इन जन जातियों मे कंडरा जनजाती के लोग बांस से बनी विभिन्न पात्र का निर्माणकर्ता है, गाँड़ा जनजाती वाद्य यंत्र का इस्तेमाल करते है।
कहा की देवार जनजाती संगीत मे जान फूकते है जो घूम घूम कर रुंजू बजाते है, वही प्रधान जनजाती के लोग देव कार्य पर नाहबद, तुर्रा बजाकर सेवा करते है ऐसे जन जातियों पर कभी दोनों राष्ट्रीय पार्टी कुर्सी पर आशिन होने का मौका नहीं दिए शिवसेना छत्तीसगढ़ ऐसे जनजातियों का उत्थान करने मोहला-मानपुर विधान सभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाकर इनकी पहचान बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
आगे कहा कि दोनों सबसे बडे राष्ट्रीय पार्टी ने नाही विधान सभा और नाही लोकसभा मे ऐसे जनजातीय को अपना प्रत्याशी बनाये है और नाही तो किसी अच्छे पोष्ट पर आसीन बल्कि कोई राज शाही हो या कोई दीवानगी कर्ता हो को ही बनाया गया, वही शिवसेना गरीब मजदूर बेरोजगार किसान को उनका हक अधिकार का सम्मान करते हुए ऐसे तबके के लोगो को उठाने और उन्हें सम्मान प्राप्त करने को लेकर आगे बढ़ाने मे अधिक ध्यान दिया जा रहा।
मोहला-मानपुर विधान सभा क्षेत्र मे एक कंडरा महिला प्रत्याशी को उतारा जाएगा। ताम्रकार ने कहा की शिवसेना अति पिछड़ा सेवादार जन जातियों का सम्मान करती है और आम जनता से आग्रह करता है कि ऐसे लोगो को चुनाव मे विजयी बनाये जो क्षेत्र, समाज और प्रदेश का विकास मे सेवा कर सके।