छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 रायपुर// अयोध्या में श्रीरामलला की स्थापना का साक्षी बनने ननिहाल से 140 संतों की सवारी 20 जनवरी को निकलेगी। इनके अलावा 1989 और 1992 के श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में शामिल 150 कारसेवकों को भी विश्व हिंदू परिषद ने विशेष निमंत्रण भेजा है। हालांकि, इन्हें रामलला के दर्शन का अवसर 5 फरवरी को मिलेगा।
500 साल के लंबे संघर्ष के बाद रामलला 22 जनवरी को अयोध्या में अपनी जन्मभूमि वाले स्थान पर स्थापित होने जा रहे हैं। पूरे देश की निगाहें इस ओर टिकी हुई हैं। छत्तीसगढ़ के 140 संत भी इसमें हिस्सा लेने जा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद ने इन सभी को निमंत्रण भेज दिया है।

2 हजार भक्तों की लिस्ट तैयार..
इनमें संत युधिष्ठिर लाल, महंत रामसुंदर दास, महंत वेदप्रकाश, त्रिवेणी दास आदि प्रदेश के प्रमुख संत शामिल हैं। चूंकि पूरा देश एक ही दिन अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन को इकट्ठा नहीं हो सकता, इसलिए सभी राज्यों के दर्शनार्थियों के लिए अलग-अलग तारीख तय की गई है। छत्तीसगढ़ को 5 फरवरी की तारीख दी गई है। विश्व हिंदू ने इस दिन दर्शन करने वाले 2 हजार भक्तों की लिस्ट तैयार की है। इनमें 150 ऐसे कार सेवक भी हैं जो 1989 में राम मंदिर के शिलान्यास और फिर 1992 में कार सेवा के लिए अयोध्या गए थे।
22 को प्रदेश में हजारों मंदिरों में एक समय पर पूजा-पाठ
22 जनवरी को जब अयोध्या में श्रीराम की स्थापना होगी, तब प्रभु के ननिहाल के सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना होगी। विश्व हिंदू परिषद इसके लिए पिछले एक महीने से गांव, कस्बा, नगर और शहर स्तर पर मंदिरों की सूची तैयार कर रहा है। इन मंदिरों के पुजारियों और संचालकों के नंबर भी लिए जा रहे हैं। उनसे कहा जा रहा है कि 22 जनवरी को अपने-अपने मंदिर में पूजा-पाठ व अन्य धार्मिक गतिविधियां करवाएं। परिषद अब तक हजारों मंदिरों से संपर्क कर चुका है।
वीआईपी सुविधाओं के बीच रहने और खाने का इंतजाम..
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश सह मंत्री घश्याम चौधरी ने मिडिया को बताया, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ में देशभर से दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के रहने-खाने के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। 7 हजार लोगों के लिए वीआईपी सुविधाओं वाले टेंट तैयार किए गए हैं। छत्तीसगढ़ से दर्शन के लिए जाने वाले संतों और श्रद्धालुओं के रहने-खाने का इंतजाम इन्हीं टेंट में होगा। उन्होंने बताया कि 140 संतों और 2 हजार श्रद्धालुओं को निमंत्रण भेज दिया गया है। सभी ट्रेन की टिकिट अपनी व्यवस्था पर करवा रहे हैं।
महाभंडारा कराने भेजा 300 मीट्रिक टन चांवल..
अयोध्या में बने भव्य राम दरबार में जिस दिन भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, उस दिन देशभर से आए भक्तों में छत्तीसगढ़ से भेजे गए चावल का प्रसाद बटेगा। छत्तीसगढ़ राइस मिलर एसोसिएशन इसके लिए 28 दिसंबर को 11 ट्रकों पर 300 मीट्रिक टन चावल भेजेगा। अच्छी क्वालिटी के इस चावल की कीमत करीब 2 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के सभी 33 जिलों के मिलरों के सहयोग से ये चावल भेजा जा रहा है।
Invitation to 140 prominent saints of the state and Karsevak devotees involved in the 1989-92 movement to visit Ayodhya.
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