छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम तय करने के लिए दिल्ली में चल रही अंतिम दौर की कवायद के बीच ये जानकारी सामने आई है कि सरकार के किसी भी मंत्री का टिकट नहीं काटा जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के टिकट तय हैं। साथ ही 11 सीटों को लेकर विवाद की स्थिति है।
तय किया गया है कि इन सीटों पर आए नामों को लेकर फिर से विचार किया जाएगा। कांग्रेस के टिकट पितृपक्ष के बाद यानी 14 तारीख के बाद जारी हो सकते हैं।
पहली सूची में 45 से 50 नाम जारी होने की संभावना है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार टिकट बांटने की कवायद के बीच अब लगभग ये साफ हो गया है कि राज्य में कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं के टिकट तय हैं लेकिन कई संसदीय ‘सचिवों की टिकट कटने की भी संभावना है।
पहली सूची में आ सकते हैं 45-50 नाम
बताया गया है कि पहले चरण की 20 सीटों, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी मंत्रियों के टिकटों सहित कुछ अन्य सीटों को मिलाकर 45 से 50 नाम तय हो चुके है। संभावना है कि पार्टी दो किस्तों में प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी। पहल सूची में 45-50 नाम शामिल हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों का ये भी कहना है कि पितृपक्ष समाप्त होने के बाद 15 तारीख तक कांग्रेस की पहली सूची सामने आ जाएगी।
पहले चरण की 20 सीटों के नाम तय
राज्य में दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 20 सीटों के लिए 13 तारीख से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो है। 20 अक्टूबर तक नामांकन लिए जाने है। लिहाजा पार्टी ने पहले चरण की 20 सीटों के लिए नाम तय करने का काम किया। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पहले चरण की सीटो के नाम तय है।
11 सीटों पर फिर से होगा विचार
कांग्रेस में टिकटों को लेकर अब तक चली कवायद के बीच 11 सीटों पर सामने आए नामों को लेकर विवाद है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार ये ऐसे नाम है, जो प्रदेश चुनाव समिति और केंद्रीय चुनाव समिति की सूची में अलग-अलग आए थे। इसी वजह से ये सूची लौटा दी गई है। बताया गया है कि इन सीटों पर आए नामों पर नए सिरे से विचार करने कहा गया है। – माना जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली बैठकों या फिर रायपुर में होने वाली बैठकों में इन 11 सीटों के नाम पर विचार कर फिर से नई सूची बनाई जाएगी।
source: haribhoomi