छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया// विगत दिन नगर सहित क्षेत्रों में अचानक आंधी तूफान के साथ मौसम ने करवट बदली और ओलावृष्टि के साथ झमाझम बारिश हुई थी जिसमें क्षेत्र के किसान अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं। सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वे के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारी को बोला गया था या सिर्फ सर्वे करने वाहवाही लूट रही है।
गौरतलब हो कि जिला कलेक्टर ने गत दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को बताया था कि राजस्व विभाग के अफसरों को ओलावृष्टि आंधी तूफान से किसानो के फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रभावित किसानों को जल्द राहत देने के लिए निर्देश दिए गए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर पालन करने वाले पटवारियों ने आज 10 से अधिक दिन बीत गए अभी तक सर्वे का काम नहीं किया है। जिससे किसान को दोहरा मार पड़ रही है इसका हकीकत शासन प्रशासन जमीनी स्तर पर जाकर किसानों से पूछे।
तहसीलदार अमरदीप अंचल का कहना है कि ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसल प्रभावित हुई है उसके लिए क्षेत्र में सर्वे टीम कार्य कर रही है टीम में किसान मित्र बीमा कंपनी के सदस्य और पटवारी शामिल है। सबसे ज्यादा नुकसान उद्यानिकी में खरबूजा,पपीता,की हुई है और आगे सर्वे जारी है,जल्द ही पूरे क्षेत्र का रिपोर्ट आ जाएगी,उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
राजेश ताम्रकार कृषक गंडई का कहना है कि गत दिन ओलावृष्टि के साथ बारिश से प्रभावित हुए किसानों की फसलों का सर्वे के लिए प्रशासन ने सर्वे के लिए कहा तो था, लेकिन आज तक कोई भी सर्वे टीम का कोई अता पता नहीं है जिससे क्षेत्र के किसान चिंतित है,आए दिन मौसम खराब चल रहा है, जिससे किसान चिंतित है।
प्रभु वर्मा कृषक ठंडार का कहना है कि मैंने 26 एकड़ में चना बोया था, लेकिन अचानक बारिश के चलते फसल पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है सर्वे टीम अभी तक आकलन करने के लिए नहीं पहुंची हैं। मुआवजा मिलना चाहिए।
खम्हन ताम्रकार महामंत्री जिला किसान मोर्चा का कहना है कि गत दिन हुए आंधी तूफान और ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई है उसमें क्षेत्र के किसानों के फसल को नुकसान हुआ है, जिला कलेक्टर ने दूसरे दिन सर्वे के लिए कहा गया था लेकिन सर्वे टीम के पहले किसान जैसे तैसे दूसरे दिन अपनी फसल को खेतों से समेटते हुए अपनी सुविधा के हिसाब से बियारे और घरों में रखे थे, जब सर्वे टीम आएगी तो किस आधार पर फसलों का आकलन करेगी क्योंकि किसान का फसल खेत में नहीं है पंचनामा के आधार पर किसानों को आरबीसी 6-4 के तहत और बीमा कंपनी की ओर से मुआवजा मिलना चाहिए शासन प्रशासन को इस पर पहल करनी चाहिए,कोई भी किसान योजना से वंचित नहीं होना चाहिए।
संजू सिंह चंदेल मंडी अध्यक्ष गंडई का कहना है कि सर्वे टीम क्षेत्र में कार्य कर रहा है, लेकिन किस प्रकार की सर्वे कर रहे है, पता करना पड़ेगा, गत दिन अचानक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है,जिसमे किसानो को अपने फसल का नुक्सान तो हुआ है, इस संबंध में मैने किसानो के फसलों का सर्वे और मुआवजा हेतु मुख्यमंत्री,कृषि मंत्री,प्रभारी मंत्री से रूबरू मिला हु, जिला प्रशासन से मिलकर इस संबंध में विस्तृत चर्चा की जाएगी।
जगदीश सोनकर कलेक्टर केसीजी का कहना है कि फसल मुआयना सर्वे के लिए निर्देश तो दिया गया था, चलो मैं दिखवा लेता हूं।