छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 डोंगरगढ़ // धर्मनगरी में स्थित मां बम्लेश्वरी देवी के मंदिर परिसर में पूजा आरती का सीधा प्रसारण करने के लिए लगे टीवी स्क्रीन पर अश्लील फिल्म का प्रसारण होने का मामला सामने आया है। मामले से बवाल खड़ा हो गया है। मंदिर ट्रस्ट समिति ने मामले की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 292 के तहत अपराध दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा उपर बम्लेश्वरी मंदिर सहित पूरे परिसर में श्रद्धालुओं के लिए माता के आरती, पूजन और धार्मिक आयोजनों के सीधा प्रसारण व प्रचार के लिए 9 जगहों पर टीवी स्क्रीन लगाया गया है। शुक्रवार शाम करीब 5. 40 बजे उपर मंदिर में लगे टीवी स्क्रीन पर अचानक अश्लील फिल्म का प्रसारण शुरू हो गया। इस दौरान टीवी स्क्रीन के सामने पुरुष सहित महिला श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद थे।

डेढ़ मिनट तक होता रहा फिल्म का प्रसारण
टीवी स्क्रीन पर करीब डेढ़ मिनट तक अश्लील फिल्म का प्रसारण होता रहा। अचानक चली अश्लील वीडियो के कारण हड़कंप मच गया। दर्शनार्थियों की भीड़ में इस आपत्तिजनक दृश्य को देखने के बाद मंदिर ट्रस्ट ने इस घटना को लेकर घोर निंदा की है। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। पूरे घटनाक्रम की जानकारी ट्रस्ट के कर्मचारी एवं ट्रस्ट समिति के पदाधिकारी को पता लगी तो तत्काल टीवी के प्रसारण तत्काल रोक लगा दी।
वही इस घटना के बाद मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने तत्काल इस मामले की पूरी शिकायत डोंगरगढ़ थाने में कर दी। थाना प्रभारी भरत बरेठ ने मनोज अग्रवाल की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 292 के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर तत्काल विवेचना शुरू कर दी।
एलईडी प्रसारण के लिए राजधानी के कम्पनी को दिया है एनऒसी
वहीं ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने शिकायत में बताया कि उक्त टीवी स्क्रीन पर धार्मिक प्रचार प्रसार के लिए रायपुर की कंपनी ऋषभ इनोवेशन को एनओसी दी गई थी। हाल में ही कंपनी के द्वारा एलइडी टीवी स्क्रीन को लगाने का कार्य पूर्ण किया गया है और अभी पूरा प्रसारण ट्रॉयल बेसिस पर ही था। अधिकृत रूप से उन्होंने अभी तक कार्य शुरू नहीं किया है। शुक्रवार की हुई घटना के बाद पूरे मामले की शिकायत पुलिस थाने में की गई है। वहीं इस घटना में उन्होंने बताया कि इस घटना को अंजाम देकर कुछ अज्ञात लोग मंदिर की आस्था के साथ ट्रस्ट समिति की छवि को भी धूमिल करने की कोशिश की है। इसलिए वे खुद वे जांच टीम के साथ पूरे मामले की जल्द कार्रवाई चाहते हैं।
