डोंगरगढ़ कटघोरा रेल परियोजना: नौकरी और चार गुना मुआवजे की मांग..कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // डोंगरगढ़-कटघोरा रेल लाइन परियोजना (Dongargarh-Khairagarh-Katghora Rail Line Project) के तहत भूमि अधिग्रहण का मामला गरमाता जा रहा है। प्रभावित किसानों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। उनका कहना है कि प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण से पहले उन्हें कोई उचित सूचना नहीं दी और न ही उनकी सहमति ली गई। किसानों का कहना है कि इस परियोजना से उनकी आजीविका का मुख्य साधन छिन जाएगा और वे बेरोजगार हो जाएंगे। Dongargarh-Khairagarh-Katghora Rail Line Project
किसानों ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि यह परियोजना 2017-18 की है और 2016 में सर्व हुए हैं हुआ है तो अभी बहुत सारे किसान कई अपने खेतों में बोर खनन कर लिए हैं और कई किसान अपने खेतों में घर बना लिए हैं और कई किसान जालीदार लगाकर घेरा करवा लिए हैं तो किसानों का यह कहना है कि सर्वप्रथम फिर से नया सर्वे किया जाए और उचित मुआवजा बनाया जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाए। इस मामले पर अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल में प्रशासन के नियमानुसार किसान हित में कार्य करने की बात कही।
किसानों की ये है मांगे..
सरकारी नौकरी: | प्रभावित प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को रेलवे विभाग में स्थायी नौकरी दी जाए। |
मुआवजा : | वृद्ध माता-पिता के जीवनयापन के लिए मौजूदा मुआवजे से चार गुना अधिक मुआवजा दिया जाए। |
नया सर्वे: | भूमि अधिग्रहण से पहले प्रभावित भूमि का पुन: सर्वे किया जाए ताकि किसानों को उचित मुआवजा मिल सके। |
पारदर्शिता: | पूरे प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाए और किसानों की बात को सुना जाए। |
किसानों का विरोध : | किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन तेज कर देंगे और न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि वे अपनी जमीन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। |
Dongargarh-Khairagarh-Katghora Rail Line Project: Demand for 4 times more Compensation