राइस मिल में हादसा, आक्रोषित लोगों ने लापरवाही के विरोध में चक्का जाम
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 डोंगरगढ़ । महराजपुर–चिचोला मार्ग स्थित गुरुदेव राइस मिल में शुक्रवार 20 दिसंबर की शाम लगभग 5 बजे हुए दर्दनाक हादसे ने औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस भीषण दुर्घटना में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में एक मजदूर का पैर कट गया है, जिसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
हादसे के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, वहीं सभी घायलों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद राइस मिल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
लापरवाही और ओवरलोडिंग बनी हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों और सूत्रों के अनुसार यह दुर्घटना अचानक नहीं बल्कि लंबे समय से जारी लापरवाही का परिणाम है। राइस मिल में न तो नियमित मेंटेनेंस किया जा रहा था और न ही सुरक्षा मानकों का पालन। मशीनों पर क्षमता से अधिक ओवरलोडिंग की जा रही थी। बताया जा रहा है कि हादसे के समय ऐसी गंभीर लापरवाही सामने आई, जिसने मजदूरों की जान को सीधे खतरे में डाल दिया।
मुनाफे की होड़ में मजदूरों की सुरक्षा को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा था जिसकी कीमत आज एक परिवार को अपने कमाऊ सदस्य को खोकर चुकानी पड़ी।![]()
लापरवाही के विरोध में चक्का जाम
घटना से आक्रोशित मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने शनिवार 21 दिसंबर को नेशनल हाईवे पर चक्का जाम और राइस मिल के घेराव का ऐलान किया है। जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट चुके हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
Accident at rice mill, angry people block road to protest negligence


