छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 ख़ैरागढ़ // रायपुर में खोले गए ऑफ कैंपस सेंटर के विरोध में ख़ैरागढ़ के छोटे बड़े व्यवसायियों ने काली पट्टी लगाकर काम किया। इतवारी बाज़ार,गोल बाज़ार,नया बस स्टैंड के व्यवसायियों के साथ रिक्शा चालकों,बस ड्राइवरों और कंडक्टरों के साथ होटल व गुमठी संचालकों ने भी काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
दरअसल रायपुर के पाठ्यपुस्तक निगम के कार्यालय में इंदिरा कला संगीत विवि का एक ऑफ कैंपस स्टडी सेंटर खोला गया है। जिसके चलते ख़ैरागढ़ बीते मंगलवार को पूरी तरह से बंध रहा। और अब चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया गया है। हालांकि बंद के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया कि उक्त कैंपस में प्रवेश आगामी आदेश तक स्थगित किया जाता है। लेकिन आम जन मानस उक्त आदेश से संतुष्ट नहीं है। सोमवार को काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
हाईकोर्ट पहुंचा नियुक्ति का मामला
विरोध के बीच अब विवि में कुलपति ममता चंद्राकर के कार्यकाल में निकाली भर्ती का मामला भी हाईकोर्ट पहुंच गया। विवि प्रशासन ने लोक संगीत विभाग में तबला संगतकार की भर्ती का विज्ञापन जारी किया। लेकिन छात्रों का मत है कि लोक संगीत में तबला का कोई संगतकार नहीं होता । लेकिन जान बूझकर पूर्व निर्धारित व्यक्ति को नियुक्ति देने के लिए यह पद निकाला गया। वहीं लोक संगीत के जिन कलाकारों ने उक्त पद के लिए फॉर्म भरा। उन्हें कॉल लेटर जारी नहीं किया गया। इसको लेकर छात्र न्यायालय की शरण में जा चुके हैं।
बढ़ता जा रहा विरोध का स्वर
ऑफ कैंपस सेंटर के विरोध में जिले में नाराजगी बढ़ती जा रही है। जिले के छात्र कलाकार मंगलवार को कुलपति का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराएंगे। छात्र कलाकारों का मत है विवि ख़ैरागढ़ की धरोहर है और इसका कोई भी कैंपस बाहर नहीं खोला जाना चाहिए। और यदि कुलपति विश्व विद्यालय का विस्तार चाहती हैं तो संबद्ध महाविद्यालयों में सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रयास करें।