छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 राजनांदगाव // गरीब वर्ग के बच्चों को आरटीई (शिक्षा का अधिकार) कानून के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाने के पालकों के सपने पर पानी फिर गया है। तकरीबन ढाई हजार सीटों के लिए आवेदन मंगवाने के बाद 1880 सीटों के लिए गुपचुप तरीके से 18 मई को ऑनलाइन लॉटरी निकाल दी गई है।
वहीं 1516 सीटों का अभी भी आवंटन नहीं हुआ है। हैरत की बात है कि शिक्षा विभाग द्वारा अब तक इसकी जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में पालक अब भी लॉटरी प्रक्रिया के इंतजार में बैठे हुए हैं। अविभाजित राजनांदगांव जिले के 288 पोर्टल में पंजीकृत स्कूलों के लिए आरटीई में प्रवेश दिलाने के उद्देश्य से गरीब तबके के बच्चों को ऑनलाइन आवेदन मंगवाया गया।
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पालकों को नहीं जानकारी..
पिछले शिक्षा सत्र में पालकों को मोबाइल के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया की पूरी जानकारी मैसेज के माध्यम से दी जाती थी। आवेदन करने के बाद, उसे नोडल द्वारा अप्रूव से लेकर लॉटरी निकाले जाने की तिथि और लॉटरी में चयन होने की भी जानकारी पालकों को मैसेज के माध्यम से भेजी जाती थी, लेकिन इस साल शुरू से ही आरटीई के तहत आवेदन करने वाले पालकों को कोई सूचना नहीं दी जा रही है। ऐसे में पूरी भर्ती और लॉटरी प्रक्रिया को लेकर पालकों में रोष पनप रहा है। कुछ पालकों ने लॉटरी की जानकारी नहीं देने पर इसकी पारदर्शिता पर सवाल उठाया है।