छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया// बुधवार 24 मई को पार्षद भिग्येश यादव, यूथ कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष मोहसिन खान के नेतृत्व में ग्राम गर्रा, जंगलपुर, मानिकचौरी, के सैकड़ों किसान अपने उद्यानिकी फसल के क्षति पूर्ति मुआवजे की मांग को लेकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गंडई के नाम से तहसीलदार अमरदीप अंचल को आवेदन सौंपा है।
आवेदन में उन्होंने अतिवृष्टि एवं ओलावृष्टि से खरबूजा फसल की नुकसानी का मुआवजे की मांग की है। उन्होंने बताया की शत प्रतिशत कृषक इस वर्ष फसल के बाद अपनी अपनी कृषि भूमि पर खरबूजा की फसल की लगाए थे बेमौसम अतिवृष्टि एवं ओलावृष्टि के कारण कृषकों द्वारा लगाई गई खरबूजा की फसल खेत में ही शत प्रतिशत गलकर नष्ट हो गया है। जिससे कृषको को लागत मूल्य भी प्राप्त नहीं हो सका है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कृषकों को नुकसान के अलावा कोई फायदा नहीं हुआ है।
शासकीय नियमों के प्रावधान अनुसार प्रत्येक कृषकों को हुई नुकसानी का जायजा लिया जाकर उचित मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए था लेकिन नुकसानी के अनुसार कृषकों को मुआवजा प्रदान नहीं किया गया है। उन्होंने बताया की नुकसानी का जायजा लिया जाने हेतु अधिकृत प्राधिकारी द्वारा मात्र 10% कृषकों की मुआवजा राशि प्रदान किया गया है जबकि मुआवजा प्रदान करने वाले कृषकों से ज्यादा खरबूजा फसल अन्य लोगों का नुकसान हुआ है।
किसानों ने अधिक रकबा में बुआई किया गया था जिस अधिकृत अधिकारी द्वारा छोड़ दिया गया था, या नुकसानी का प्रतिशत कम ज्यादा बताकर खानापूर्ति किया गया है जिससे कृषकों के समक्ष आर्थिक संकट विद्यमान हो गई है ग्राम गर्रा जंगलपुर मानिकचौरी से आए हुए कृषको की मांग है कि खरबूजा फसल नुकसानी समान रूप से प्रदान किया जाए क्योंकि ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि से कृषि भूमियों प्रभावित करती है।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से रोहित वर्मा, नंदलाल साहू, धनलाल, जाहनी, तोरण, आनंदराम, विभेद जंघेल, सुरेश, हेमलाल, लोकु राम, संजय, अर्जुनलाल, रवि, चैन लाल, ईश्वर, राजकरण, माधो ,सहदेव राम, झाडूराम, भीम, सुरेश, आदि किसान मौजूद रहे।
तहसीलदार अमरजीत अंचल गंडई का कहना है की किसानों के द्वारा फसल नुकसान की मुआवजा के संबंध में सामूहिक आवेदन मिला है इस संबंध में क्षेत्र के प्रभावित किसानों का नाम लिखकर रखा हूं पटवारियों का हड़ताल जैसे ही खत्म होता है तो संबंधित विभाग के सहयोग से फिर से सर्वे कराने की बात कही है।