छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से बुरी खबर आई है। यहां तेज बारिश के चलते कच्चा मकान ढह गया है। इस हादसे में पति-पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई है। इसकी जानकारी लोगो को अगले दिन हुई है। मामला देवरी थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, संतराम यादव (55 वर्ष) और उसकी पत्नी कुंती बाई (50 वर्ष) खाना खाकर सोने के लिए चले गए। लगातार बारिश होने की वजह से देर रात उनके घर की छप्पर और दीवार बारिश के कारण भरभराकर गिर गई। हादसे में दोनों पति-पत्नी मलबे के नीचे दब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्हें किसी को आवाज तक लगाने का मौका नहीं मिला।

इधर भारी बारिश के कारण लोगों को घटना का पता नहीं चल सका। एक दिन के बाद ग्रामीण टूटा हुआ घर देखकर वहां पहुंचे और पति-पत्नी को आवाज लगाई, तो किसी ने जवाब नहीं दिया। मलबा हटाने पर उन्हें दंपती की लाश दिखाई दी। जिसके बाद ग्रामीणों ने देवरी थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दंपती के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
जिस छप्पर के गिरने से यादव दंपती की मौत हुई, वो प्लास्टिक और मुरुम से बना हुआ था। लगातार बारिश से ईंट की दीवार गीली हो गई थी। और रात को अचानक भरभराकर गिर पड़ी। रात भर पति-पत्नी दीवार के नीचे दबे पड़े रहे। घर से कुछ दूर पक्के मकान में सो रहे बेटे को भी घटना की भनक नहीं लग सकी। लोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमॉर्टम के बाद पति-पत्नी के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, 2 साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिली राशि से इन्होंने पक्का मकान बनवाया था। इसमें उनका बेटा दीपक यादव रहता था। वहीं पति-पत्नी दोनों पुराने कच्चे घर में ही सोया करते थे।
घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस और राजस्व विभाग की टीम परिजनों से मिलने पहुंची। SDM प्रतिमा ठाकरे ने बताया कि दोनों मृतकों के नाम पर 4-4 लाख रुपए का मुआवजा प्रकरण बनाकर भेजा गया है। जल्द ही पीड़ित परिवार को मुआवजा मिल जाएगा।
