छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया// हर साल दुनियाभर के मुसलमान रमजान के महीने को पवित्र मानते हैं। रमजान गत महीने शुक्रवार 22 मार्च से शुरू हुआ है महीने भर की अवधि के दौरान जो रोज उपवास रखते हैं उनके लिए रमजान का महीना 21 अप्रैल को समाप्त होगा।
रमजान में जारी है रोजा..
लोग अपना पहला भोजन या सहरी करने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं और शाम को वह इफ्तार साथ अपना उपवास तोड़ते हैं यह महीना सभी मुसलमान भाइयों के लिए बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है रमजान को रमदान भी कहते हैं रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है इसे माह ए रमजान भी कहा जाता है।
रमजान के महीने में रोजे व्रत रखने रात में तरावीह की नमाज़ पढ़ना और कुरान तिलावत करना शामिल है मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे महीने रोजा रखते हैं. और सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ खाते पीते नहीं साथ में महीने भर इबादत करते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं रमजान के दौरान उपवास या रोजा इस्लाम के 5 स्तंभों में एक है, मुस्लिम समुदाय इस महीने को परम पवित्र मानता है।
उपवास के दिन सूर्योदय से पहले कुछ खा लेते हैं जिसे सहरी कहते हैं। दिन भर न कुछ खाते हैं न पीते हैं। शाम को सूर्यास्तमय के बाद रोज़ा खोल कर खाते हैं जिसे इफ़्तारी कहते हैं।
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इस्लाम के 5 फर्जों में कलमा, नमाज, जकात, रोजा और हज शामिल है. इस्लाम में हर मुसलमान को ये पांच फर्जों को मानना जरूरी माना गया है. इन नियमों के तहत ही रमजान महीने में रोजा रखना भी हर मुसलमान भाइयों के लिए जरूरी होता है। मुस्लिम भाइयों ने अमन चैन शांति और देश के तरक्की के लिए दुआ मांगकर अपना रोजा इफ्तार कर रहे है।