छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 अम्बागढ़ चौकी। गत दिनों भवन निर्माण कार्य मे लगे मजदूर की हाई वोल्टेज करंट के चपेट में आ जाने से व इसके चलते सेंटरिंग छत से नीचे गिरने की वजह से गम्भीर रूप से घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था जहाँ घायल मजदूर का प्राथमिक उपचार व एक्सरे कर रिफर कर दिया गया था जिसकी सूचना 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस विभाग नही दिया गया था सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर क्यों ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के द्वारा दुर्घटनाग्रस्त मरीज की जानकारी पुलिस को देना जरूरी नही समझा ? जबकि इस तरह के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित किया जाना आवश्यक होता जिस पर पुलिस द्वारा दुर्घटना में घायल व्यक्ति से पूछताछ कर मामला दर्ज किया जा सके।.
क्या सम्बन्ध है डॉक्टर मरीज और घटना का
सवाल यह भी उठ रहा है कि कौन था व्यावसायिक भवन निर्माण में दुर्घटना का शिकार हुआ यह मरीज और क्या रिश्ता है इनका डॉक्टर से क्या वजह रही कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी पुलिस से छिपाई जा रही थी ऐसी क्या वजह थी कि डॉक्टर का अपना कर्तव्य, इस वजह के आगे भारी पड़ गया?
क्या विभाग कराएगा मामले की जांच
इस तरह का मामला सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग को शक की नजरों से देखा जा रहा की क्या कही पहले भी इस तरह के मामलों को दबा दिया जाता था यह शंका लोगो के द्वारा जाहिर की जा रही है वही इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच कर कार्यवाही की जाती है या विभाग अपने मातहत कर्मचारी को बचाने की कोशिश करता है ये देखने वाली बात होगी।
देर शाम पुलिस विभाग को भेजा गया मेमो
खबर 24X7 के द्वारा मामले की गम्भीरता व प्रमुखता से खबर चलाये जाने के बाद । आखिरकार देर शाम स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस को मेमो भेजकर मामले की जानकारी दी गई । जिसने स्वास्थ्य विभाग और ड्यूटी डॉक्टर की लापरवाही और निर्माणाधीन भवन के मालिक के सम्बंधो पर शहर में चर्चा चल पड़ी है। इन सब के बाद विभाग ड्यूटी डॉक्टर पर क्या कार्रवाही करती है ये बरहाल देखने का विषय है ।