बिजनस खबर डेस्क खबर 24×7 // नेपियन कैपिटल ( Nepean Capital) के को-फाउंडर गौतम त्रिवेदी का मानना है कि बीते 3 हफ्ते से FIIs की तरफ से भारतीय बाजार में हल्की बिकवाली देखने को मिल रही हैं। लेकिन अप्रैल से भारतीय बाजार में एफआईआई ने $2000 करोड़ का निवेश किया है। ऐसे में मौजूदा समय में अगर एफआईआई की हल्की मुनाफावसूली देखने को मिल रही है तो उससे घबराने की जरुरत नहीं है। गौतम त्रिवेदी का कहना है कि दुनिया के महंगे बाजारों में से भारत एक है।
बता दें कि गौतम त्रिवेदी भारतीय और एशियाई फाइनेंशियल इंडस्ट्री में 25 वर्षों से ज्यादा का अनुभव हैं। गौतम त्रिवेदी ने Religare Cap, GS India जैसी संस्थाओं के साथ काम किया। साथ ही ये RIL की कॉरपोरेट फाइनेंस और M&A टीम के साथ भी 4 साल तक जुड़े रहे। गौतम त्रिवेदी ने DSP Merrill Lynch, CLSA Asia और Jardine Fleming (Hong Kong) के साथ भी काम किया है।
अगर चीन में स्लोडाउन आया तो महंगाई का दबाव घटेगा
उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा समय में चाइना विश्व के दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। इस साल भी बाजार अनुमान लगा रहा है कि चीन का जीडीपी ग्रोथ 5.5-6 फीसदी की ग्रोथ दिखाएगा। हमें यह बात समझनी होगी कि ऐसा तो बिलकुल नहीं है कि चीन में ग्रोथ खत्म हो गया हो। वहीं दूसरी अहम बात यह है कि चाइना आज के तारीख में कमोडिटी का सबसे बड़ा कंज्यूमर है। ऐसे में अगर चीन में स्लोडाउन आया तो महंगाई का दबाव घटेगा।
फेस्टिव सीजन में ऑटो डिमांड बढ़ेगी
ऑटो सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि फेस्टिव सीजन में ऑटो डिमांड बढ़ेगी। गौतम त्रिवेदी का मानना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा ऑटो बिक्री संभव हैं। वहीं पीएसयू बैंक सेक्टर पर उनका कहना है कि पीएसयू में हमारी कोई खरीदारी नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह से पीएसयू बैंक सेक्टर पर एनपीए की समस्या का समाधान होता नजर आया है। इकोनॉमी में स्लोडाउन के कारण भी आगे एनपीए की समस्या उत्पन्न होती नजर आ सकती है। । हालांकि यह केवल पीएसयू बैंकों में ही नहीं हर सरकारी कंपनियों में नजर आ सकती है।. source :moneycontrol
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