खैरागढ़ में पंच और सरपंच का आरक्षण 17 दिसंबर को
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़// जिले में पंचायत चुनाव के लिये पंच, सरपंच, जनपद अध्यक्ष, सदस्य व पहली बार होने वाले जिला पंचायत चुनाव के लिये जिपं सदस्यों के आरक्षण की तिथि कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने घोषित कर दी। जिले में 221 ग्राम पंचायतों के पंच और सरपंच पदों के आरक्षण की प्रक्रिया पूराना कोर्ट बिल्डिंग फतेह मैदान में 17 दिसंबर को सुबह 11 बजे से शुरू होगी। इसमे सरपंच, पंच सहित महिलाओं के प्रवर्गवार आरक्षण की कार्यवाही की जाएगी। इसी तरह खैरागढ़ और छुईखदान जनपद अध्यक्ष पद समेत जनपद सदस्यों के आरक्षण की प्रक्रिया 19 दिसंबर को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में 11 बजे से प्रारंभ होगी। इस दौरान दोनों जनपदों के अध्यक्ष पद और क्षेत्र का प्रवर्गवार आरक्षण किया जाएगा।
![](https://khabar24x7.in/wp-content/uploads/2023/07/ambika-jvelars-gif-ok.gif)
आरक्षण पर जिले के दिग्गज नेताओं की टकटकी
जिला पंचायत आरक्षण पर जिले के दिग्गज नेताओं की नजर बनी हुई है। ज्ञात हो कि जिला निर्माण के बाद पहली बार बने जिला पंचायत क्षेत्रों के आरक्षण के लिये सबसे ज्यादा गहमागहमी का माहौल है। जिला पंचायत के कुल दस सदस्यों के निर्वाचन के लिये क्षेत्रों को प्रवर्गवार आरक्षण किया जाना है। इसमे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जानी है। आरक्षण को लेकर पहले ही आदिवासी समाज अपनी हुंकार भर चुका है।
आरक्षण की प्रक्रिया के बाद बचे क्षेत्र अनारक्षित होगें जिस पर जिले के अधिकांश सवर्ण नेताओं की नजर बनी हुई है। जिला पंचायत चुनाव के दस क्षेत्रों के परिसीमन सहित अन्य कार्यवाही पहले ही पूरी की जा चुकी है। अब दावेदारो की बेचैनी आरक्षण को लेकर ही शेष है। निश्चित है कि आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी क्षेत्रों में दावेदारों की स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी और इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का असल माहौल बन पाएगा वहीं आरक्षण के बाद पंचायत चुनाव को लेकर उत्साह भी बढ़ेगा व आरक्षण के हिसाब से दोनों दलों में रस्साकशी और दावेदारी भी सामने आएगी।
तय होगी कांग्रेस-भाजपा के बड़े नेताओं की आगे की राजनीति
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खासतौर पर जिला पंचायत के निर्वाचन से जिले में कांग्रेस भाजपा के बड़े नेताओं की आगे की राजनीति तय होने वाली है। पूर्व के राजनीतिक समीकरण ऐसे ही इतिहास के साक्षी रहे हैं। विधानसभा की दावेदारी और विधायक बनने को लेकर जिला पंचायत सदस्य की सीट को बेहद अहम माना जाता है। खैरागढ़ जिला दो विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है जिसमें खैरागढ़ के साथ डोंगरगढ़ भी शामिल है।
वर्तमान में खैरागढ़ की विधायक यशोदा वर्मा पूर्व में जिला पंचायत के सदस्य रह चुकी है वहीं डोंगरगढ़ की वर्तमान विधायक हर्षिता स्वामी बघेल अभी भी जिला पंचायत की सदस्य हैं। भाजपा से खैरागढ़ का पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले विक्रांत सिंह भी वर्तमान में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष है वहीं खैरागढ़ के दो पूर्व विधायक गिरवर जंघेल और कोमल जंघेल भी जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीतकर ही विधायक बने थे वहीं डोंगरगढ़ के दो पूर्व विधायक भुवनेश्वर बघेल व सरोजनी बंजारे भी जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के बाद ही विधायक बन पाए थे।
इसके साथ ही पिछले दो दशक से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने वाले प्रतिनिधि विधानसभा चुनाव में अपनी प्रबल दावेदारी पेश करते आए हैं। वर्तमान परिवेश में इन समीकरणों को ध्यान में रखें तो जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भावी राजनीति के दृष्टिकोण से बेहद अहम ही माना जाएगा।
Reservation for Panch and Sarpanch including district and Janpad members in Khairagarh on 17th December
![](https://khabar24x7.in/wp-content/uploads/2024/12/whatsapp-channel-1.gif)