धान खरीदी के पहले कटाई में जुटे थे अन्नदाता, बारिश ने रोकी फसल की कटाई धान फ़सल हुआ बर्बाद हुआ अंकुरित
छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // चक्रवात “मोंथा ” के कारण हुए मौसम की मार साफ दिखाई दे रहा है और खेत में फसल पूरा ख़राब की स्थिति है जिसको लेकर किसान चिंतित है। ऐसे में मुआवजा के लिए किसान जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचने लगे है।
बेमौसम हुई बारिश से रुकी कटाई
धान की फसल पक चुकी है और दीपावली के बाद फसल की कटाई में काफी तेजी भी आती है, लेकिन बीते दिनों चक्रवात के कारण बेमौसम हुई बारिश के बाद धान की फसल की कटाई रूक गई है। कई खेतों में पानी भरा हुआ है। वहीं मिट्टी गीली होने के चलते धान की कटाई करने से किसान बच रहे हैं। ![]()
किसानों को बेमौसम बारिश से सीधे नुकसान दिखाई दे रहा है। बारिश की वजह से खेतों में पक चुकी धान की खड़ी फसलो को नुकसान है। वहीं कुछ किसानों द्वारा खेतों में काटकर रखे गए फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है उसमे जरई आने लगी है याने अंकुरन हो रहे है।
ऐसे में किसान किसानों के पास अगर कुछ फ़सल बच भी जाये तो वह भी धान खरीदी के मापदंड पर खरा नहीं रहेगा। जिसको लेकर भी किसान चिंतित है और कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर मुआवजा के साथ ही धान खरीदी केंद्र में भी कुछ राहत देने की मांग करने लगे है।
बता दें की मौसम अभी पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है। सुबह धुंध और दिनभर बदली बनी हुई है। बदली की वजह से नमी के चलते धान और सब्जियों की फसलों को नुकसान हो रहा है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ी हुई है।
Before the purchase of paddy, the farmers were busy in harvesting, rain stopped the harvesting of the crop, the paddy crop got ruined and sprouted.


